चैंबर भवन सभागार मे वन नेशन-वन इलेक्शन पर संगोष्ठी

RANCHI: वन नेशन-वन इलेक्शन विषय पर चैंबर भवन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मौके पर इस प्रस्तावित चुनाव सुधार के महत्व, लाभ और दीर्घकालिक प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।
फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्यों ने देशहित में चुनाव सुधार के इस पहल का स्वागत करते हुए
वन नेशन-वन इलेक्शन के महत्व पर अपने विचार रखे और एक स्वर में संसद से पारित इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपनी पूर्ण सहमति व्यक्त की।
अपने संबोधन के क्रम में चैंबर अध्यक्ष परेश गट्टानी ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से सबसे अधिक हमारे व्यापारी बंधु प्रभावित होते हैं, जिससे आर्थिक गतिविधियां भी प्रभावित होती हैं।
चुनाव के दौरान पंडरा का पूरा बाजार लगभग दो माह तक पूर्णरूपेण प्रभावित रहता है।
शिक्षकों और बैंककर्मियों की व्यस्तता के कारण स्कूली बच्चों की पढ़ाई और बैंकिंग कार्य भी प्रभावित होते हैं। प्रशासनिक कार्य भी बंद रहते हैं।
देश में एक साथ चुनाव होने से बार-बार होनेवाली समस्या से बचा जा सकता है।
पूर्व अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव यह कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं, अपितु एक विकसित भारत और वाईब्रेंट डेमोक्रेसी का मुद्दा है।
यह एक विकसित, सक्षम और सशक्त भारत की दिशा में ऐतिहासिक कदम है जो न केवल प्रशासनिक लागत को कम करेगा बल्कि लोकतंत्र को और अधिक प्रभावी तथा मजबूत बनायेगा।
एक के बाद एक चुनाव का आयोजन होने से जनहित से जुडे विकास कार्य तो प्रभावित होते ही हैं, देश और राज्यहित में सरकार के स्तर से लिये जानेवाले कडे़ निर्णय भी नहीं हो पाते।
आज देखें तो सभी विकसित राष्ट्रों ने समय-समय पर कड़े निर्णय लिये हैं।
संगोष्ठी में उपस्थित रांची के पूर्व उपमहापौर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि एक साथ चुनाव होने से देश के संसाधनों की बचत के साथ ही चुनाव में जनता की भागीदारी भी बढ़ती है।
उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि झारखण्ड में भवन नियमितीकरण योजना का अब तक प्रभावी नहीं होना कहीं न कहीं बार-बार चुनाव होना ही मुख्य कारण है। जनता की समस्या का समाधान होने में विलंब बार-बार चुनाव होना ही मुख्य बाधा है।
उन्होंने इस प्रस्ताव के समर्थन में राष्ट्रपति महोदया को व्यापार और उद्योग जगत के बंधुओं के साथ ही सभी संगठनों से पत्र प्रेषित करने की अपील की।
पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा और धीरज तनेजा ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि एक बार चुनाव होने से सबसे अधिक प्रसन्न गृहणियां होंगी।
प्रस्ताव के समर्थन में देश के हर नागरिक को राष्ट्रपति महोदया को अपना पत्र भेंजना चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक रोहित पोद्दार और निवर्तमान अध्यक्ष किशोर मंत्री ने अपने विचार साझा करते हुए समाज के सभी वर्ग से देशहित के इस मुद्दे पर समर्थन करने और जागरूकता फैलाने की अपील की।
चर्चाओं के क्रम में इस चुनाव सुधार के समर्थन में संताल परगना प्रमंडल से 1000 पोस्टकार्ड राष्ट्रपति महोदया को प्रेषित कराने के लिए क्षेत्रीय उपाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने आश्वस्त किया।
सदस्यों ने यह भी कहा कि अमूमन यह देखा जाता है कि बजट के समय चुनावी राज्यों को काफी प्राथमिकता दी जाती है।
एक बार चुनाव होने से बजट के समय देश के अन्य राज्यों की चिंता भी खत्म हो जायेगी।
चर्चाओं के क्रम में उपाध्यक्ष ज्योति कुमारी, महासचिव आदित्य मल्होत्रा, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, नवजोत अलंग, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार, कार्यकारिणी सदस्य संजय अखौरी, आस्था किरण, डॉ0 अभिषेक रामाधीन,
सुनील सरावगी, सदस्य पूनम आनंद, अंकिता वर्मा, मनोज मिश्रा, किशन अग्रवाल समेत अन्य सदस्यों ने भी इस चुनावी सुधार के पहल का स्वागत करते हुए, प्रस्ताव के समर्थन में अपने विचार साझा किये।
बैठक में कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य मुकेश अग्रवाल, साहित्य पवन, सदस्य प्रमोद सारस्वत, रमेश साहू, शषांक भारद्वाज,
आनंद कोठारी, कार्तिक प्रभात, तेजविंदर सिंह समेत व्यापार व उद्योग जगत के कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
उक्त जानकारी प्रवक्ता सुनील सरावगी ने दी।