हमास-इजरायल जंग- अस्पतालों में भयानक बिजली संकट खड़ा हो गया है, जो “मानवता के खिलाफ अपराध”

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हमास-इजरायल ;हमास-इजरायल जंग का आज 19वां दिन है। इस बीच इजरायली सेना गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है। युद्ध की आग अब सीरिया और लेबनान तक जा पहुंची है। इजरायली सेना के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को सीरिया के मिलिट्री बेस को भी निशाना बनाया है। इन हमलों में सीरिया का सैन्य अड्डा तबाह हो चुका है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मंगलवार को एक लंबी बहस हुई, जिसमें 90 देशों के वक्ताओं में से कई ने गाजा पट्टी में बढ़ती मौतों के बीच युद्धविराम का आह्वान किया है।

इधर, हमास ने कहा है कि इजरायली हमलों की वजह से उत्तरी गाजा पट्टी के अस्पतालों में भयानक बिजली संकट खड़ा हो गया है, जो “मानवता के खिलाफ अपराध” है। हमास ने संयुक्त राष्ट्र और सऊदी अरब समेत तमाम मुस्लिम देशों से गाजा पट्टी में उपजे संकट के उचित समाधान के लिए कदम उठाने की गुहार लगाई है।

हमास के ऊर्जा संकट के दावे की पोल इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने सोशल मीडिया एक्स पर एक फोटो पोस्ट कर खोली है। IDF ने मंगलवार को गाजा पट्टी में ईंधन टैंक दिखाने वाली तस्वीरें जारी कीं, जिसमें दावा किया गया कि हमास ने वहां बड़ी मात्रा में ईंधन जमा कर रखा है। IDF ने ये एक्स पर साझा की हैं, जिसमें गाजा पट्टी के दक्षिण में राफा क्रॉसिंग के पास का एक स्थान दर्शाया गया है। IDF के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने अरबी में लिखा, “ऐसा दिखता है कि हमास ने इन टैंकों में पांच लाख लीटर से अधिक डीजल जमा कर रखा है, जबकि वह दावा करता रहा है कि उसके पास अस्पतालों और बेकरियों को आपूर्ति करने के लिए पर्याप्त ईंधन नहीं है।

IDF द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में 12 बड़े-बड़े टैंक दिख रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि हमास ने खतरों को भांपते हुए पहले से ही तेल भंडारण कर रखा है। हालांकि, ईंधन की कमी के कारण सोमवार की रात उत्तरी गाजा के कई अस्पतालों में बिजली गुल हो गई। अल जज़ीरा के मुताबिक, हालांकि, देर रात बिजली बहाल कर दी गई थी, लेकिन अस्पताल के पास केवल 48 घंटे तक जनरेटर चलाने का ही ईंधन स्टॉक बचा है। इसके बाद श्वसन यंत्र (रेस्पिरेटर) और इनक्यूबेटर जैसे जीवनरक्षक चिकित्सा उपकरण काम करना बंद कर देंगे।

उधर, एक चैनल के एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर आईडीएफ का दावा सच है, तो गाजा के सभी अस्पतालों को कई दिनों तक ईंधन सप्लाई जारी रह सकती है। बता दें कि गाजा पट्टी में इजरायल से ही सामान्यत:ईंधन की सप्लाई होती है लेकिन हमास के 7 अक्टूबर के हमले के बाद इजरायल ने ईंधन सप्लाई बंद कर दिया है। युद्ध के शुरुआती घंटों में ही इजरायल ने तटीय क्षेत्रों में पूर्ण नाकेबंदी लगा दी थी और गाजा में ईंधन के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस बीच, संघर्ष शुरू होने के बाद से पहले दो राहत काफिलों को शनिवार और रविवार को गाजा में घुसने की अनुमति दी गई, जिसमें कुल 34 ट्रक भोजन और चिकित्सा उपकरण शामिल थे।

एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को मिस्र की तरफ से गाजा पट्टी में अज्ञात संख्या में ट्रकों के तीसरे काफिले ने राहत सामग्री के साथ प्रवेश किया है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के 24 लाख निवासियों की बुनियादी ज़रूरतें पूरी करने के लिए प्रतिदिन कम से कम 100 ट्रकों के गाजा में एंट्री करने की ज़रूरत है।

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