Imran Khan Party: इमरान को भारी पड़ी सरकार से दुश्‍मनी, खून-पसीने से बनाई पार्टी टूट की कगार पर

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स्लामाबाद। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकार का कार्यकाल पूरा किए बगैर ही इमरान खान की सरकार गिर गई, उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया, आम चुनाव के बीच में पार्टी का सिंबल छीन लिया गया और अब उनके द्वारा बनाई गई पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) में दरार पड़ गई है। पार्टी में आंतरिक विभाजन की संभावना इमरान खान के लगातार जेल में बंद रहने के कारण और गंभीर बनती जा रही है।

टिकट बंटवारे में सामने आई कलह

समाचार एजेंसी एएनआई ने पाकिस्तानी अखबार डॉन के हवाले से बताया है कि यह कलह आम संसदीय चुनावों और सामान्य निकाय में टिकट बंटवारे में विशेष रूप से सामने आया है। पीटीआई के नेता मानते हैं कि इमरान खान की गैरमौजूदगी ने टिकट बंटवारे के दौरान पार्टी में इस तरह की दरार को और बढ़ा दिया है।

अदियाला जेल में कैद इमरान खान तक पार्टी नेताओं की पहुंच नहीं

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई नेता इस बात पर अफसोस जताते हैं कि उनकी अदियाला जेल में कैद इमरान खान तक पहुंच नहीं है। नेताओं ने आरो लगाया है कि जिन वकीलों को खान से मिलने की अनुमति है, वे या तो आधी बात बताते हैं या अपने फायदे के मुताबिक संदेशों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं।

रऊफ हसन को विशेष प्रवक्ता नियुक्त

इस बीच स्थिति को ध्यान में रखते हुए पीटीआई के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली खान ने एक नेटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें नीतिगत मामलों पर संचार को सुव्यवस्थित करने के लिए रऊफ हसन को विशेष प्रवक्ता नियुक्त किया गया है।

पीटीआई के भीतर पनपा मतभेद स्पष्ट रूप से सामने आया

पाकिस्तान के आम चुनावों में टिकट बंटवारे के दौरान पीटीआई के भीतर पनपा मतभेद स्पष्ट रूप से सामने आ गया। वकील शेर अफजल मारवत ने टिकट देने में भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया। यहां तक कि पीटीआई सरकार में गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने भी आरोप लगाया कि रावलपिंडी में एमएनए की सीट के लिए पार्टी का टिकट करोड़ों रुपये में बेचा गया था।

अफजल मारवत ने पार्टी अध्यक्ष पर सवाल उठाया

पार्टी में बड़ी दरारें तब सामने आई जब यह घोषणा की गई कि बैरिस्टर अली जफर पार्टी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार होंगे। उस मौके पर अफजल मारवत ने पार्टी अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर पर सवाल उठाते हुए कहा था कि गौहर उम्मीद के मुताबिक परिणाम देने में असफल रहे हैं। हालांकि, बाद में बैरिस्टर गौहर खान को फिर से पीटीआई अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया।

इमरान खान के लिए शुभ संकेत नहीं

दूसरी तरफ अफजल मारवत उसी समय चुनाव में देश में चुनाव अभियान चला रहे थे, लेकिन बीच में ही उनको इस्लामाबाद बुला लिया गया। इसी तरह से ज्यादातर पार्टी के नेता एक दूसरे पर पद, टिकट बंटवारे और अपनों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं। यह सब इमरान खान के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।

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