लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना अभियान का उद्देश्य: राज्यपाल

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आयुष्मान भव: अभियान का शुभारंभ

कार्यक्रम में स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले संस्थानों, 5 बार से ज्यादा रक्तदान करने वाले लोगों एवं एचडब्लूसी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया

RANCHI: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सुलभ बनाने के लिए दूरदर्शी स्वास्थ्य कार्यक्रम “आयुष्मान भवः” अभियान का बुधवार को ऑनलाइन शुभांरभ किया।

उन्होंने कहा कि जब हर व्यक्ति, हर परिवार स्वस्थ रहेगा तभी स्वस्थ भारत के निर्माण का संकल्प पूरा होगा। यही आयुष्मान भवः कार्यक्रम’ का भी लक्ष्य है।

केंद्र एवं राज्य सरकार की सहभागिता इतने बड़े लक्ष्य को हासिल करने में मददगार होगी।

ऑड्रे हॉउस, रांची में आयोजित इस वर्चुअल कार्यक्रम में झारखंड से इस अभियान का शुभारंभ राज्यपाल  सीपी राधाकृष्णन ने किया।

इस अवसर पर राज्यपाल  सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि “आयुष्मान भवः” सिर्फ एक कथन मात्र नहीं है। यह एक मार्गदर्शन करने वाला सिद्धांत है, जिसमें स्वस्थ जीवन जीने का सार शामिल है।

यह एक प्राचीन संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है- “आप लंबे समय तक जीवित रहें और स्वस्थ रहें।”

उन्होंने कहा कि ‘आयुष्मान भवः कार्यक्रम प्रत्येक लाभुक तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने की दिशा में एक व्यापक पहल है।

इस अभियान का उद्देश्य लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना है। यह पहल जागरूकता अभियानों, चिकित्सा शिविरों एवं समावेशी रणनीतियों से स्वास्थ्य लाभ को अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक पहुंचाने का प्रयास है।

उन्होंने कहा कि इस अभियान से हाशिये पर रहने वाले लोगों को भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्राप्त हो सकेगी। यह स्वास्थ्य सेवाओं में समानता को भी बढ़ावा देगा।

राज्यपाल ने कहा कि  प्रधानमंत्री जी द्वारा शुभारंभ की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है, जो 5 लाख रुपये तक की चिकित्सा कवरेज प्रदान करती है।

उस योजना के अंतर्गत 17 सितंबर 2023 से एक अभियान शुरू किया जा रहा है, जिससे पीएम-जेएवाई योजना के तहत सभी शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड दिए जाएंगे।

यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी लाभार्थी न छूटे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारे झारखण्ड राज्य में इस अभियान को पूर्णतः सफल बनाया जायेगा।

राज्यपाल ने लोगों से अपील की कि आइए हम सभी “आयुष्मान भवः” में निहित भावना को सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करें, ताकि देश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्राप्त हो सके।

समाज के अंतिम व्यक्ति तक आयुष्मान भवः कार्यक्रम का लाभ पहुंचे, इसके लिए हम कृतसंकल्पित: बन्ना गुप्ता

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक आयुष्मान भवः कार्यक्रम का लाभ पहुंचे, इसके लिए हम कृतसंकल्पित हैं।

उन्होंने कहा कि अब तक 1 करोड़ 22 लाख लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल चुका है। लेकिन, हमारा लक्ष्य 2 करोड़ 69 लाख लोगों को इस योजना का लाभ पहुंचाना है।

इस दिशा मे राज्य सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि योग से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, इसलिए अब हम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी कार्य कर रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भवः अभियान सरकार की अद्भुत पहल है। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2023 तक चलेगा। इस कार्यक्रम के तहत लाखों परिवारों को अब आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।

इससे लोगों को इलाज हेतु बीमा कवरेज भी प्राप्त होगा। इसका उद्देश्य परिवारों को इलाज के भारी खर्च के बोझ से बचाना है।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अरूण कुमार सिंह ने आयुष्मान भवः के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयुष्मान आपके द्वार 3.0, आयुष्मान सभा, आयुष्मान मेला और आयुष्मान ग्राम कार्यक्रम के मुख्य स्तंभ हैं।

आयुष्मान भारत द्वारा स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एबी-एचडब्ल्यूसी) पर आयुष्मान मेला आयोजित किया जाएगा। वहीं आयुष्मान सभा केंद्र और राज्य सरकारों की सभी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ लाभुकों को सुनिश्चित कराने के लिए ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण समिति के नेतृत्व में एक ग्राम-स्तरीय अभियान चलाया जाएगा।

इसके अलावा यह प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई), स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड और आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) संख्या के महत्व के बारे में जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करेगा।

ये ग्राम सभाएं बाल स्वास्थ्य मुद्दों, टीकाकरण, पोषण और एनीमिया के बारे में जागरूक करने में भी मदद करेंगी। इससे स्वास्थ्य की सामाजिक जवाबदेही को बढ़ावा मिलेगा।

चतुर्थ स्तंभ आयुष्मान ग्राम की परिकल्पना पीएमजेएवाई कार्ड वितरण, एबीएचए आईडी निर्माण, टीकाकरण कवरेज और गैर-संचारी रोगों की जांच को शत प्रतिशत आच्छादित करने के लिए की गई है।

सभी स्वास्थ्य योजनाओं को सफलतापूर्वक पूर्ण करने वाले ग्रामों को “आयुष्मान ग्राम” की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले संस्थानों, 5 बार से ज्यादा रक्तदान करने वाले लोगों एवं एचडब्लूसी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर रांची के सांसद  संजय सेठ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक श्री आलोक त्रिवेद्धी सहित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारीगण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी एवं कर्मचारीगण सहित डॉक्टर्स, पारामेडिकल्स, स्वास्थ्यकर्मी एवं आयुष्मान भारत के लाभुक उपस्थित थे।

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