पॉम आयल स्वास्थ्य के लिए बेहतरः डॉ भावना शाह
कॉलेस्ट्राल फ्री होता है पॉम आयल
RANCHI: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रांची शाखा द्वारा आयोजित सीएमई में मुंबई की डॉ भावना शाह मलेशिया पॉम आयल काउंसिल की रिजनल हेडः- (इंडिया, बांगलादेश, नेपाल एंड श्रीलंका) ने अपने व्याख्यान में कहा कि पॉम आयल स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
पॉम आयल कोलेस्ट्राल फ्री होता है। वेस्कुलर डिजिज के मरीजों के स्वास्थ्य के लिए पॉम आयल अच्छा होता है। पॉम आयल विटामिन ई का अच्छा सोर्स है।
एक प्रश्न के उत्तर में डॉ शाह ने कहा कि बाजार में मिलने वाली रिफाइंड तेल से बेहतर पॉम आयल है।
वैसे किसी भी तेल की मात्रा कम ही लेनी चाहिए। नन रिफाइंड और ऱिफाइंड एक प्रोसेस है। डॉ शाह ने कहा कि नेचुरल सोर्स से तेल लेना बेहतर माना जाता है।
मेटाबालिक सिंड्रोंम हार्ट अटैक के लिए सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर: डॉ केतन के मेहता
वहीं सीएमई में दूसरे वक्ता मुंबई के डॉ केतन के मेहता, कन्सल्टेंट फिजिशियन (कार्डियो पल्मनोलॉजिस्ट एंड डायबेटोलॉजिस्ट) ने कहा कि मेटाबालिक सिंड्रोम क्या है इसे पहले समझना होगा।
मेटाबालिक सिंड्रोंम हार्ट अटैक के लिए सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है। इसमें मोटापा, कॉलेस्ट्राल का बढ़ना, डायबिटिज यह तीनों ज्यादा होने से मेटाबालिक सिंड्रोम होता है इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
मेटाबालिक सिंड्रोम के बढ़ने से स्वास्थ्य खराब होता है। इससे बचाव के लिए हमें अपने आहार विचार और आचार पर नियंत्रण रखना होगा। न्यूट्रीशन में विटामिन ई लेने से कॉलेस्ट्राल की मात्रा को कंट्रोल करता है। और पॉम आयल विटामिन ई का बेहतर सोर्स है।
कॉलेस्ट्राल को कम करने में मदद करता है। सीएमई में आये डॉक्टरों ने दोनों वक्ताओं से प्रश्न भी पूछे जिसका वक्ताओं ने जबाब भी दिया। स्वागत भाषण आईएमए अध्यक्ष डॉ शेखर चौधरी काजल ने दिया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन सचिव डॉ पंकज बोदरा ने दिया।
सीएमई में रांची आईएमए के अध्यक्ष डॉ शेखर चौधरी काजल, सचिव डॉ पंकज बोदरा, उपाध्यक्ष डॉ अभिषेक रामादीन, झारखंड आईएमए महासचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ बिमलेश सिंह, डॉ प्रभात कुमार, डॉ विकास कुमार सहित काफी संख्या डॉक्टर्स उपस्थित थे।