ये बिनोद बाबू एवं निर्मल दा के विचारों का झारखंड मुक्ति मोर्चा नहीं: सुदेश महतो

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 भयमुक्त और विकासयुक्त डुमरी बनायेंगे
 ठगबाज, धोखेबाज और सौदेबाजों के खिलाफ है डुमरी उपचुनाव 
NAWADIH:आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि डुमरी विधानसभा क्षेत्र को भयमुक्त और विकासयुक्त बनायेंगे।
इस उपचुनाव में विचारधारा और चरित्र की लड़ाई है। एक तरफ ठगबाज, धोखेबाज झारखंड मुक्ति मोर्चा और उसके सहयोगी हैं और दूसरी तरफ विकास की बुनियाद पर राजनीति करने और विषयों, जनभावना के साथ चलने वाली आजसू पार्टी।
डुमरी विधानसभा क्षेत्र के नवाडीह स्टेडियम में आजसू पार्टी के चूल्हा प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कही।
 उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी के चूल्हा प्रमुख ही उपचुनाव जीतने के दारोमदार होंगे।
आजसू पार्टी के चूल्हा प्रमुख जनता और मतदाता दोनों के बीच की अहम कड़ी हैं. और उनके हितों की ये रक्षा करते हैं। चूल्हा प्रमुखो में ऊर्जा भरते हुए उन्होंने कहा कि यह साधारण चुनाव नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने हेमंत सोरेन की सरकार और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर जमकर निशाने साधे। और कहा कि यह भय, भ्रम और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हम जीतेंगे।
 उन्होंने जोर देकर कहा कि हेमंत सरकार 1932 के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंक रही।
 मुख्यमंत्री विधानसभा में, सदन से बाहर और चुनावी मैदान में इस मुद्दे पर अलग- अलग बयानबाजी करते हैं।
दरअसल इस मुद्दे पर सरकार राजनीतिक रोंटी सेंकती रही है। इस सरकार की पहचान लूट और झूठ, छल प्रपंच से की जाती है।
उन्होने कहा कि डुमरी उपचुनाव ठगबाज, धोखेबाज और सौदेबाजों के खिलाफ है। 2019 में जनादेश के साथ हुए अपमान के खिलाफ है। है।
यह भी जगजाहिर है कि एनडीए ने झारखंड अलग राज्य दिया, वर्ना झामुमो लटकाये रखता। झारखंड मुक्ति मोर्चा का इतिहास पलट लीजिये।
ठगबाजी, सौदेबाजी और धोखेबाजी के किस्से भरे मिलेंगे। इन्होंने हर समुदाय और शहीदों, क्रांतिकारियों को छला है।
नक्सली हमले में शहीद हुए हरदिल अजीज सांसद सुनील दा का परिवार आज किन हालात से गुजर रहा, इसकी चिंता मुख्यमंत्री को नहीं है।
धरती पुत्र शहीद निर्मल महतो हत्याकांड का सूत्रधार कौन है, इसका आज तक पता नहीं चला। जबकि समाज इसे जानना चाहता है।
सुदेश महतो ने यह भी कहा, ‘’जब कुर्मी समाज का कोई युवा राजनीति में आगे बढ़ता है, तो उसके साथ षडयंत्र क्यों होता है।‘’
उन्होंने कहा कि संताल परिवार की राजनीति करने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेंमंत सोरेन सिदो कान्हू की तीसरी पीढ़ी के वंशज मंडल मुर्मू से कहते हैं कि नौकरी करके क्या करोगे।
कुछ रोजगार क्यों नहीं करते। मंडल मुर्मू की मां बीमारहाल हैं और डॉक्टरों ने इलाज कै लिए उच्च संस्थान ले जाने को कहा है।
मंडल मुर्मू को हमने इंजीनयरिंग की पढ़ाई कराई है। आगे भी उस परिवार का ख्याल करेंगे। सम्मेलन को एनडीए की उम्मीदवार यशोदा देवी ने भी संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि वे भी झारखंड आंदोलनाकारी दिवंगत दामोदर महतो की पत्नी हैं।
डुमरी के लिए हमारे परिवार ने भी लंबा संघर्ष किया है। हमारी लड़ाई किसी उम्मीदवार के खिलाफ नहीं भ्रष्ट सरकार के खिलाफ है।

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