3 कैटेगरी की महिलाएं खाती हैं पति की मार,फिजिकल अब्यूज से बचने के ठोस रास्ते
नई दिल्ली (New Dehli) । पति से पिटना सिर्फ हमारे देश की समस्या नहीं, विश्वभर में पुरुष बेदर्दी से महिला पर हाथ उठाते हैं और उन्हें इस बात का कोई अपराधबोध भी नहीं होता। चैट-रूम में आज चर्चा एक ऐसी महिला की जो रोज पति के हाथों पिटती है और तब भी असमंजस में है कि पति से रिश्ता तोड़े या नहीं। रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. माधवी सेठ बता रही हैं पति-पत्नी के बीच होने वाले फिजिकल अब्यूज की वजहें और इससे बचने के रास्ते।
हमारी शादी को 5 साल हो गए हैं। हमारी 3 साल की बेटी है। मेरी समस्या ये है कि पति को रोज शराब पीने की आदत है, जिसके बाद वो रोज घर में शोर-शराबा और मारपीट करते हैं। शादी के बाद जब ये पहली बार हुआ तो मैंने सासू मां से शिकायत की। उन्होंने कहा कि थोड़ा सब्र रखो, समय के साथ सब ठीक हो जाएगा। मेरी मां ने भी हर हाल में शादी बचाने की हिदायत दी।
शादी के दो महीने बाद जब मैं प्रेग्नेंट हो गई तो सासू मां ने मुझे मायके भेज दिया ताकि मैं उनके बेटे के अत्याचार से बची रहूं। मायके वालों ने भी मेरी गृहस्थी बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की।
बेटी के जन्म के बाद जब मैं फिर से ससुराल आई, तो पति में कोई बदलाव नहीं दिखा। दिन में वो सभ्य इंसान होते हैं, लेकिन शाम होते ही उनका रूप बदल जाता है। शराब पीकर मारपीट करना उनकी आदत बन चुकी है।
मैं इस तरह रोज मार खाकर तंग आ चुकी हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं। न मायके वाले मेरी स्थिति समझने को तैयार हैं और न ही ससुराल वाले। मैं एक वर्किंग वुमन हूं और अपनी बेटी की परवरिश अच्छी तरह कर सकती हूं। क्या मुझे पति से रिश्ता तोड़ देना चाहिए?
मार खाकर रिश्ता निभाना कोई समझदारी नहीं है। पति-पत्नी ही नहीं, किसी को भी किसी पर हाथ उठाने का अधिकार नहीं है। कई घरों में महिलाएं चुपचाप पति की मार खाती हैं, लेकिन ये बात घर से बाहर नहीं निकलती। पढ़ी-लिखी महिलाएं भी पति से पिटती हैं, लेकिन इसके बारे में किसी से बात नहीं करतीं। उन्हें अपनी प्रेस्टीज की चिंता रहती है, लेकिन इसे बढ़ावा देकर कई बार वो अपने लिए मुसीबत मोल ले लेती हैं। फिर जब पति किसी के सामने हाथ उठाता है तो भेद खुल ही जाता है। तब उनके लिए इसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है।