तेजस्वी यादव का बड़ा फैसला, आरजेडी के बागी विधायकों पर होगी कार्रवाई, जानें सब कुछ

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पटना । आरजेडी के बागी चार विधायकों पर कार्रवाई होगी। पार्टी ने फैसला ले लिया है। आरजेडी के मुख्य सचेतक अख्तरुल ईमान शाहीन ने विधानसभा अध्यक्ष को विधायकों पर कार्रवाई करने को लेकर पत्र सौंपा है।

दल-बदल कानून के तहत उन पर कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से मांग की गई है। गुरुवार (29 फरवरी) को पत्रकारों से बात करते हुए अख्तरुल ईमान शाहीन ने कहा है कि नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के आदेश पर उन्होंने अपने बागी विधायकों पर कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र दिया है। चार विधायकों में चेतन आनंद, नीलम देवी, प्रहलाद यादव और संगीता कुमारी हैं।

तेजस्वी ने अख्तरुल शाहीन को किया अधिकृत

अख्तरुल ईमान शाहीन ने कहा कि तेजस्वी यादव ने इसके लिए उन्हें अधिकृत किया है। इसके बाद उन्होंने पार्टी के चारों विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर स्पीकर को पत्र लिखा है। अख्तरुल ईमान शाहीन ने कहा कि बिहार में बड़े पैमाने पर हॉर्स ट्रेडिंग हो रहा है। विपक्ष के विधायकों को सत्ता पक्ष की ओर से खरीदा जा रहा है। इसलिए हम लोगों ने आग्रह किया है कि इनकी सदस्यता को रद्द किया जाए।

राबड़ी देवी ने अपने विधायकों पर बोला हमला

उधर राबड़ी देवी ने भी गुरुवार को विधानसभा परिसर में अपने बागी विधायकों पर हमला किया। बागी विधायकों को बेशर्म बताया। कहा कि 10 करोड़ रुपये में उन्हें खरीदा गया है। बीजेपी और जेडीयू को भी उन्होंने बेशर्म बताया।

बता दें कि इसके पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी अपनी पार्टी के दो बागी विधायकों पर कार्रवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपा था। बीते गुरुवार को उन्होंने पत्र सौंपा। कांग्रेस से सिद्धार्थ सौरव और मुरारी गौतम ने पाला बदला है। पत्र लिखकर इनकी भी सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है।

जेडीयू ने किया पलटवार

बागी विधायकों को लेकर विपक्षी दलों की ओर से बीजेपी पर लगाए जा रहे आरोप पर जेडीयू मंत्री श्रवण कुमार ने पलटवार किया। कहा कि खेल होने की बात कौन कह रहा था? जो लोग खेल कर रहे थे उनसे पूछिए कि खेल क्यों बिगड़ रहा है। पहले तो विपक्षी दल कr तरफ से खेल होने की बात कही जा रही थी और आज आरोप लगा रहे हैं। विपक्षी दलों के सदन में नहीं रहने पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जनता के मुद्दों को उठाने के लिए विधायकों को सदन में रहना चाहिए।

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