दमघोंटू हवा पर CM केजरीवाल ने क्या बताया ऐक्शन प्लान?
नई दिल्ली। दिल्ली में सर्दियों में प्रदूषण को लेकर सरकार की तरफ से ऐक्शन प्लान को लेकर जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण 30% कम हुआ है। केजरीवाल ने कहा कि कई शहरों के मुकाबले में दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बेहतर है। सीएम ने कहा कि दिल्ली में 800 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। इस वजह से राजधानी में प्रूदषण के स्तर में कमी आई है। केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने प्रदूषण के लिए कई कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार सर्दियों में प्रदूषण से निपटने के लिए 15 प्वाइंट का ऐक्शन प्लान तैयार किया है। इसके साथ ही एक वॉर रूम भी बनाया गया है। इसके अलावा 13 स्पेशल टीम भी बनाई गई हैं। इससे पहले लोगों के मन में सवाल था कि क्या सरकार फिर से ऑड-ईवन प्लान लागू करेगी। इस संबंध में सीएम केजरीवाल ने कुछ भी नहीं कहा।
दिल्ली में पराली जलाने को कम करने के लिए पूसा की तरफ से बनाया गया बायो डिकंपोजर पिछले तीन साल से यूज किया जा रहा है। उसके नतीजे काफी अच्छे आए हैं। इस साल 5 हजार एकड में इस बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल किया गया है।
डस्ट पॉल्यूशन को कम करने को लेकर कई कदम उठाए गए हैं। कंस्ट्रक्शन साइट पर निगरानी के लिए टीम बनाई गई हैं। डस्ट पॉल्यूशन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। 500 स्क्वायर मीटर वाले निर्माण साइटों को वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा। 5000 स्क्वायर मीटर से अधिक साइट पर निर्माण करने वालों को एंटी स्मॉक गन लगाना होगा।
सड़कों पर सफाई करते समय उड़ने वाली धूल से निपटने के लिए 82 मेकेनिकल रोड क्लीनिंग मशीन लगाई गई हैं। 530 वॉटर स्प्रिंक्लिंग मशीन लगाई गई हैं। साथ ही 258 एंटी स्मोक गन लगाए गए हैं।
ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए 1 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जाएंगे, दिल्ली सरकार 52 लाख पौधे दिल्ली सरकार लगाएगी।
गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच करने पर जोर रहेगा। साथ ही 10 साल से पुराने डीजल वाहन और 15 साल से पुराने पेट्रोल वीकल प्रतिबंध को लागू करने को लेकर 385 टीम बनाई गई है।
दिल्ली में सड़कों पर भीड़भाड़ वाले एरिया में जहां वाहन खड़ा हो जाता है और पॉल्यूशन करता है। ऐसे 90 सड़कों की पहचान की गई है। वहां पर वैकल्पिक रूट प्रदान किया जाएगा।
खुले में कूड़ा जलाने पर रोक है। इसको लागू करने के लिए 611 टीमों का गठन किया गया है। टीमें खुले में कूड़ा जलाने पर निगरानी रखेंगी।
दिल्ली में 1727 इंडस्ट्रियल यूनिट दिल्ली में रजिस्टर्ड हैं। ये अब पीएनजी का यूज कर रही हैं। इसकी निगरानी के लिए 66 टीमों का गठन किया गया है।
दिल्ली में ग्रीन वॉर रूम बनाया गया है। इसके जरिये प्रदूषण पर 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी। दिल्ली में ग्रीन दिल्ली ऐप जो लॉन्च किया गया था उसका रिस्पॉन्स ठीक मिला है। इसमें लगभग 70 हजार शिकायतें आईं। 63 हजार शिकायतों का निपटारा कर दिया। दिल्ली के लोगों को यह ऐप डाउनलोड करने की अपील की गई। इसके जरिये प्रदूषण एक्टिविटी की जानकारी दे सकते हैं।
आईआईटी दिल्ली और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी के साथ मिलकर रियल टाइम स्टडी की जा रही है। इसके लिए राउज एवेन्यू सर्वोदय बाल विद्यालय में साइट बनाई गई है। इससे मिले डेटा के आधार पर एरिया को फोकस कर प्रदूषण पर ऐक्शन किया जाएगा।
दिल्ली में फिर से इस साल पटाखों पर प्रतिबंध लगा है।
ई-वेस्ट के लिए 20 एकड़ जमीन पर होलंबी कलां में एक ई-वेस्ट पार्क बनाया जा रहा है। इस काम में तेजी लाने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति कर दी गई है।
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें रन अगेंस्ट पॉल्यूशन, रेड लाइट ऑन…गाड़ी ऑफ के जैसे कैंपेन चलाए जाएंगे।