भारत-चीन नियंत्रण रेखा पर नई तस्‍वीरों से सामने आया सच, चीन के इरादे नहीं नेक

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बीजिंग। भारत और चीन के बीच स्थित वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से नई सैटेलाइट तस्‍वीरें सामने आई हैं। इन तस्‍वीरों से साफ पता लगता है कि चीन के इरादे नेक नहीं हैं। एक भारतीय अखबार के हाथ लगीं कुछ सैटेलाइट तस्‍वीरों पर अगर यकीन करें तो चीनी सेना ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्‍टर में यांग्‍त्‍जी के ठीक सामने भारी तैनाती कर डाली है। एलएसी पर इस भारी तैनाती से जुड़ी तस्‍वीरों से साफ है कि चीन भारत के खिलाफ कोई न कोई साजिश कर रहा है। पिछले साल दिसंबर में इसी सेक्‍टर में चीनी सेना ने घुसपैठ की थी। मई 2020 से ही पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति है।

अखबार द टेलीग्राफ ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया है कि हाल ही में सैटेलाइट तस्‍वीरों के करीबी विश्लेषण से पता चलता है कि चीन ने गहराई वाले कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सेना की तैनाती की है। यह तैनाती , विशेष रूप से एलएसी के साथ लगे तवांग सेक्टर में यांग्त्जी में की गई है। सूत्रों की मानें तो चीनी सेना ने इस क्षेत्र में सड़क निर्माण सहित प्रमुख बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं शुरू कर दी हैं। एक अधिकारी के हवाले से अखबार ने लिखा है कि यह चिंताजनक है और इस क्षेत्र में लगातार चीनी घुसपैठ देखी जा रही है। उनकी मानें तो यह बड़ी चिंता का विषय है लेकिन भारतीय सेना ने भी पर्याप्त तैनाती की है।

चीनी सेना पर नजर
रक्षा मंत्रालय ने इस पर कोई भी टिप्पणी से इनकार कर दिया। मंत्रालय ने इतना जरूर कहा है कि चीनी सेना पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि चीनी सेना ने तवांग सेक्टर में एलएसी पर अतिरिक्त सैन्य शिविर स्थापित कर लिए हैं। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से अखबार ने लिखा है कि तवांग सेक्टर में पिछले एक साल में चीनी सेना की तरफ से आक्रामकता दिखाई जा रही है लेकिन इस पर भारत की कड़ी नजर हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले दिनों हफ्ते अरुणाचल के तवांग सेक्टर का दौरा किया था, जिसे चीन अपना क्षेत्र मानता है।

क्‍या हुआ था दिसंबर 2022 में
दिसंबर 2022 में पश्चिमी अरुणाचल के तवांग से 35 किमी उत्तर-पूर्व में 17000 फीट की ऊंचाई पर यांग्त्जी में भारत और चीन के सैनिक भिड़ गए थे। इस झड़प में 15 से 20 भारतीय सैनिक घायल हो गए थे। यह झड़प तब हुई जब 500 से अधिक चीनी सैनिकों ने एलएसी पार की और भारतीय सैन्य चौकियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालिया घटनाक्रम के बाद कई वरिष्‍ठ रिटायर्ड सैनिकों ने वही बात दोहराई है कि चीन अरुणाचल में यथास्थिति को बदलने की को‍शिशों में लगा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना ने करीब 2000 वर्ग किमी क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। हालांकि भारत सरकार ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया है।

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