रेहान अहमद को फिर से एयरपोर्ट पर रोका, भारत में सिंगल वीजा एंट्री की अनुमति नहीं
नई दिल्ली । इंग्लैंड के युवा लेग स्पिनर रेहान अहमद (Leg spinner Rehan Ahmed)को फिर से वीजा की वजह से भारत (India)में परेशानी हुई है। उनको सोमवार को राजकोट में इंडियन इमिग्रेशन ऑफिशियल्स (Indian Immigration Officials)ने रोक लिया गया, क्योंकि उनके पास एक सिंगल एंट्री वीजा पाया गया था। इससे पहले उनको भारत में एंट्री नहीं मिली थी और वे पहले टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। हालांकि, दूसरे मैच से पहले भारत आए, लेकिन दूसरा मैच खेलने के बाद वे अबुधाबी टीम के साथ चले गए। अब जब वे फिर से टीम के साथ लौटे हैं तो एक बार फिर से उनके साथ वीजा की समस्या खड़ी हो गई है।
सिंगल एंट्री वीजा रखने वाले व्यक्ति को देश से बाहर निकलने या फिर से प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। इंग्लैंड की टीम दूसरे और तीसरे टेस्ट के बीच अबूधाबी में 10 दिनों के ब्रेक का आनंद लेने के बाद अबू धाबी-राजकोट चार्टर्ड फ्लाइट के माध्यम से भारत लौटी। बीसीसीआई अधिकारी ने बताया, “इंग्लैंड टीम को फिर से वीजा की प्रक्रिया करने की सलाह दी गई है जो अगले दो दिनों में होगी। खिलाड़ी को बाकी टीम के साथ देश में प्रवेश करने की अनुमति दी गई और वह मंगलवार को अभ्यास में उपस्थित होंगे।
जिनके पास उचित वीजा नहीं था
यह पहला मामला था जब कोई अंतरराष्ट्रीय उड़ान सीधे राजकोट में उतरी। इसी वजह से जामनगर के अधिकारियों के साथ एक अस्थायी इमिग्रेशन काउंटर बनाया गया था, जो काम की देखरेख कर रहा था। 31 सदस्यीय अंग्रेजी दल में से रेहान एकमात्र ऐसे शख्स थे, जिनके पास उचित वीजा नहीं था। रेहान पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ कराची में टेस्ट डेब्यू में पांच विकेट लेने वाले इंग्लैंड के सबसे कम उम्र के पुरुष टेस्ट क्रिकेटर बने थे। अहमद का जन्म 2004 में नॉटिंघम में हुआ था। उनके पिता का नाम नईम है, जो पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर थे।
जो रूट टीम में चौथे स्पिन गेंदबाजी विकल्प
रेहान उन तीन युवा स्पिनरों में से एक हैं, जिन्होंने भारतीय दौरे पर प्रभावित किया है, बाएं हाथ के स्पिनर टॉम हार्टली और ऑफ स्पिनर शोएब बशीर ने यहां अपना डेब्यू किया। रेहान ने अभी तक दो टेस्ट मैचों में आठ विकेट लिए हैं। जैक लीच के चोट के कारण बाहर होने के बाद अब यह तिकड़ी दौरे पर स्पिन का भार उठाएगी। अब तक इंग्लैंड ने एकमात्र तेज गेंदबाज के साथ-साथ तीन-स्पिनर की रणनीति अपनाई है। जेम्स एंडरसन ने विशाखापत्तनम टेस्ट मैच खेला, जबकि मार्क वुड को हैदराबाद में एक्शन में देखा गया। जो रूट टीम में चौथे स्पिन गेंदबाजी विकल्प हैं।