केजरीवाल ने आतिशी को जल विभाग की जिम्मेदारी सौंप साधे कई निशाने ,जानिए इनसाइड स्टोरी

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियों में एकसाथ जुट गए हैं। दिल्ली के सीएम ने एकबार फिर अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए मंत्री आतिशी मर्लेना (Atishi Marlena) के जिम्मे जल विभाग (Water Department) जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी है। इससे पहले ये जिम्मेदारी मंत्री सौरभ भारद्वाज के पास थी। दरअसल, आप मुखिया लोकसभा चुनाव की रणनीति में जुट गए हैं। यही नहीं, उनका लक्ष्य लोकसभा के जरिए राज्य के विधानसभा चुनाव भी है। कहा जा रहा है कि पार्टी अभी से ही दोनों चुनाव की तैयारियों में जुट गई है।

इस बदलाव के पीछे का कारण समझिए

अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव में करीब डेढ़ साल का वक्त है। जल विभाग एक आप सरकार के लिए अहम मंत्रालय माना जाता है। सीएम केजरीवाल कई बार ऐलान कर चुके हैं कि उनकी सरकार 2025 तक पूरे शहर को पाइप वाटर सप्लाई से जोड़ देंगे। यही नहीं, वैसे इलाकों में जहां ऐसी सुविधाओं की कमी है वहां, RO वाटर प्लांट लगाए जाएंगे। केजरीवाल इसके अलावा यमुना को भी साफ करने का ऐलान कर चुके हैं।

कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते केजरीवाल

केजरीवाल लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी से जुटे हैं। अगले साल यानी 2024 में आम चुनाव के लिए पार्टी कई रणनीति पर काम कर रही है। जल विभाग जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी आतिशी को सौंपकर केजरीवाल अपनी योजनाओं को पूरी करने की कोशिश में जुट जाएंगे। आम आदमी पार्टी अपनी घोषणाओं और उसे लागू करने को लेकर काफी सतर्क हो गई है। पार्टी को ये पता है कि अगर उनकी घोषणाएं पूरी नहीं हुई तो दिल्ली में विपक्षी दल उन्हें पूरी तैयारी से घेरेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया था। पार्टी इसबार दिल्ली में ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतना चाहती है। इसके लिए उसे अपनी लोकप्रिय योजनाओं को तुरंत और तेजी से लागू करना होगा।

आतिशी को क्यों जिम्मेदारी?

दरअसल, आतिशी आप की तेज तर्रार नेता हैं। इस साल मार्च में केजरीवाल सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करते हुए आतिशी और भारद्वाज को शामिल किया था। केजरीवाल कैबिनेट में आतिशी एकमात्र महिला मंत्री हैं। दरअसल, डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद ये सीटें खाली हुई थीं। आतिशी के पास कुल 13 मंत्रालय हैं। आप नेता बेहतर काम के लिए जानी जाती हैं। जल विभाग की जिम्मेदारी देकर केजरीवाल ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। पहला तो आतिशी राज्य सरकार की योजनाओं को जल्दी से जल्दी लागू करें, दूसरा- इन योजनाओं के बूते चुनाव में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करे।

वाटर डिपार्टमेंट के तहत ही दिल्ली जल बोर्ड भी आता है। पिछले दिनों इस विभाग में भ्रष्टाचार का मुद्दा एलजी वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल के सामने उठाया था। सीएम के साथ हुई तीन मीटिंग के दौरान एलजी ने ये मुद्दे उठाए थे। ऐसे में केजरीवाल चुनावों से पहले भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे को इग्नोर नहीं कर सकते हैं। क्योंकि आप भ्रष्टाटाचार के खिलाफ ही बनी थी। पार्टी जब चुनावों में उतरेगी तो विपक्षी दल उसपर हमला कर सकते हैं, इसलिए चुनावों से पहले केजरीवाल विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं देना चाहते हैं।

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