सिनर्जी ग्लोबल अस्पताल मे दस वर्षीय बच्ची के श्वास नली के अंदर फंसे स्टाल पिन को ब्रोकोस्कोपी विधि से सफलतापूर्वक निकाल कर बचायी जान
RANCHI: सिनर्जी ग्लोबल अस्पताल के पेडियाट्रिक सर्जन डॉ मोहम्मद इमरान ने दस वर्षीय बच्ची के श्वास नली के अंदर फंसे स्टाल पिन को ब्रोकोस्कोपी विधि से सफलतापूर्वक निकाल कर जान बचायी।
डूमरी की रहनेवाली 10 वर्षीय लड़की नाहिद परवीन अपने मुंह में स्टॉल पिन रखकर अपने बालों में कंघी कर रही थी और उसे खांसी हो गई, जिसके कारण स्टॉल पिन उसकी श्वास नली के अंदर चली गई।
जो दाहिने मुख्य फेफड़े में चला गया था।
और मरीज को धनबाद के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाक्टरो स्टाल पिन को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन असफल रहे और मरीज को रांची रेफर कर दिया गया।
रांची पहुंचने के बाद विभिन्न अस्पतालो ने मरीज की स्थिति को देख इलाज करने से मना कर दिया।
अंततः वे कृष्णा नगर बरियातू के सामने स्थित सिनर्जी ग्लोबल हॉस्पिटल पहुंचे।
मरीज को बाल चिकित्सा सर्जन डॉ. मोहम्मद इमरान
के अधीन सिनर्जी ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
डा मोहम्मद इमरान (एमसीएच बाल चिकित्सा सर्जरी) के विशेषज्ञ चिकित्सक है।
डॉ मोहम्मद इमरान ने ब्रोंकोस्कोपी की और पाया कि पिन दाहिने मुख्य फेफड़े के अंदर फंसा हुआ है और उन्होंने स्टॉल पिन को सफलतापूर्वक बाहर निकाल दिया।
मरीज बिल्कुल ठीक है और उसे कोई जटिलता नहीं है और उसे छुट्टी देने की योजना है।
मरीज के परिवार वाले बहुत संतुष्ट और खुश हैं।
उन्हें इस बात पर ज्यादा संतुष्टि है कि बिना किसी चीरा या कट के निशान के उनका बच्चा बिल्कुल ठीक है।