डॉक्टरों को सुरक्षा नहीं मिल सकता तो सरकारी अस्पतालों को बंद कर दें: डॉ विकास कुमार
RANCHI: रिम्स के न्यूरो सर्जन एवं रांची आईएमए के संयुक्त सचिव डॉ विकास कुमार ने एमजीएम, जमशेदपुर के डॉ कमलेश उरांव के साथ मारपीट की घटना पर रोष प्रकट करते हुए एक्स पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि डॉ कमलेश उरांव के साथ मारपीट की घटना का (जमशेदपुर MGM)के लगभग 48 घंटे बीत गए हैं।
उनके हाथ में सूजन है, छाती में चोट लगने के कारण सांसो में दिक्कत आई है माथे के वन साइड में सूजन है,और लेफ्ट कान से कम सुनाई देने लगा है।
परंतु पुलिस अभी तक कुछ कर नहीं पाई है परंतु डॉक्टरों को धमकाने/ डराने के लिए अधिकारियों के द्वारा लेटर निकाला जाने लगा।
परंतु यह भूलिए नहीं जब-जब आवाज दबाने की कोशिश की है नई क्रांति ने जन्म लिया है।
क्या हम अब किसी डॉक्टर के जान जाने का इंतजार करेंगे ??
पूरे देश के 24 राज्यों में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट है पर झारखंड में क्यों नहीं ?
लोगों को तकलीफ ना हो इसलिए वहां के डॉक्टरों ने इमरजेंसी की सेवा खुली रखी है और वहां डॉक्टर की संख्या बढ़ा दिए हैं सिर्फ ओपीडी बंद है।
पर आप लोग ( राज्य सरकार और जिला प्रशासन) क्या कर रहे हैं ???