कांग्रेस का आरोप,खड़गे बोले – मोदीजी चाहते तो महिला आरक्षण इसी चुनाव से लागू

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नई दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी नयी सिडब्लूसी 20 अगस्त 2023 को बनी थी, जिसकी पहली बैठक हैदराबाद में 16 सितंबर को हुई।
हमने सामूहिक रूप से देश को विभाजनकारी और पोलराइजेशन की राजनीति से मुक्त करने, सामाजिक न्याय की स्थापना और एक जवाबदेह, संवेदनशील और पारदर्शी सरकार देने का संकल्प लिया। आप ने देखा कि हाल में अचानक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया जिसमें मोदी सरकार महिला आरक्षण विधेयक लेकर आई।हमेशा की तरह इस बार भी सरकार ने विपक्ष के साथ कोई संवाद नहीं किया और असली मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की रणनीति पर ही काम किया। कांग्रेस और विपक्षी दलों ने खुले दिल से महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया।

महिला आरक्षण बिल सिर्फ प्रचार और वोट बैंक के लिए लाया गया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मोदीजी चाहते तो महिला आरक्षण इसी चुनाव से लागू हो सकता था। और ओबीसी महिलाओं को भी स्थान मिल सकता था। ये बिल केवल प्रचार और वोट बैंक के लिए लाया गया है।सच्चाई यह है कि भारत में महिलाओं को शक्तियां देने का सबसे अधिक काम कांग्रेस ने ही किया है। राजीवजी के दृष्टिकोण के कारण पंचायती राज और नगर निकायों में महिलाओं को आरक्षण मिला। इसी की देन है कि आज दुनिया में सबसे ज़्यादा इलेक्टेड महिलाएं (करीब 14 लाख) भारत में हैं। देश भर में लोग यही सोच रहे हैं कि मोदीजी ने ओबीसी महिलाओं को महिला आरक्षण के दायरे में क्यों नहीं रखा।

जातिगत जनगणना भी एक अहम सवाल

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महिला आरक्षण को उलझाने के लिए इसके साथ जनगणना और परिसीमन की शर्त क्यों रख दी गयी। इसीलिए पता ही नहीं है कि ये हकीकत कब बनेगा। जातिगत जनगणना भी एक अहम सवाल है। कांग्रेस पार्टी लगातार देशव्यापी जाति आधारित जनगणना की मांग उठा रही है। यह अहम मुद्दा है लेकिन इस पर सत्तारूढ दल मौन है।कल्याणकारी योजनाओं में उचित सहभागिता के लिए ये जरूरी है कि हमारे पास कमजोर तबकों की स्थिति पर सामाजिक-आर्थिक डाटा हो। हमारे लिए इन चिंताओं को आम लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। 2024 में सत्ता में आने पर ओबीसी महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी तय करने के साथ हम महिला आरक्षण तुरंत लागू करेंगे। अब हमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए प्रभावी रणनीति बनानी है। इन राज्यों में पीएम/ एचएम कई महीनों से दौरा कर रहे हैं। झूठ दर झूठ फ़ैला रहे हैं। उनके पास केवल मणिपुर जाने का समय नहीं है।

हमें अपनी पूरी ताकत लगा कर सभी 5 राज्यों को जीतना है

साथियों, लोक सभा चुनाव भी हमारे सामने खड़े हैं। इसी बीच जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनावों का ऐलान हो सकता है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में निर्णायक जीत के बाद देश भर में हमारे साथियों में एक नया उत्साह है। हमें अपनी पूरी ताकत लगा कर सभी 5 राज्यों को जीतना है। पिछले 2 महीनों में मैं कई राज्यों में जनसभाओं में गया और पाया कि अच्छा वातावरण है। हमें प्रत्येक वोटर तक जाना है, प्रचार करना है और माहौल बनाना है। इन चुनावों में राजनीतिक दलों के नेता ही नहीं, संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भी सक्रिय हैं। वे हम लोगों पर सीधे हमले कर रहे हैं। मर्यादाएं टूट रही हैं। ऐसी स्थिति में हम मौन नहीं रह सकते। जैसे-जैसे हम आम चुनाव के करीब आएंगे, ऐसे हमले और झूठ और तेज़ हो जाएंगे। ऐसे हमलों और दुष्प्रचार का मुकाबला करना और झूठ को तुरंत खारिज करना जरूरी है।

इंडिया गठबंधन आगे बढ़ रहा

उन्होंने कहा कि रूलिंग पार्टी को आगामी चुनाव में अपनी हालत का अंदाजा हो चुका है, इसीलिए वे लोगों को मुद्दों से भटकाने के लिए झूठ पर झूठ बोल रहे हैं। तीन बैठकों के बाद इंडिया गठबंधन आगे बढ़ रहा है। पीएम के भाषणों से इस गठबंधन की शक्ति का असर साफ दिख रहा है। बहुत से बुनियादी सवाल हमारे सामने हैं। कई चिंताओं के बिंदु भी हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज देश में कमरतोड़ महंगाई है और 45 साल की सबसे अधिक बेरोजगारी है। नयी पेंशन स्कीम को लेकर सरकारी कर्मचारियों में भारी नाराजगी को सरकार नजरंदाज कर रही है।विभाजनकारी नीतियां देश के लिए चिंताजनक है। ईडी/ सीबीआई/ आईटी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग विपक्षी दलों और मीडिया के खिलाफ हो रहा है।

राहुल गांधी की यात्रा का दिख रहा अच्‍छा असर

मणिपुर की हालत पिछले पांच महीने से चिंताजनक बनी हुई है। विपक्ष की मांग के बाद भी प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए। मोदी सरकार की नीतियों से अमीर और गरीब की खाई लगातार बढ रही है। हमारे संविधानिक मूल्य से लेकर Federal character पर हमला हो रहा है। सामाजिक तनाव पैदा हो रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी लगातार इन मुद्दों को उठा रहे हैं। मैं उनकी सक्रियता और लगातार मेहनत के लिए बधाई देना चाहूंगा। किसानों, मजदूरों, शिल्पकारों, छात्रों, कुलियों और विभिन्न तबकों के बीच वे व्यापक सक्रिय हैं। उनकी मणिपुर और लद्दाख यात्रा का पूरे देश पर असर है। हाल में उनकी पंजाब यात्रा ने एक अलग असर डाला है। दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, और अल्पसंख्यकों के अधिकारों को बचाने की चुनौती है।

इसके साथ ही उनका कहना था कि ऐसे बहुत से सवालों पर हमें मंथन कर कुछ ठोस रणनीति बनाने की जरूरत है। एक ऐसी सरकार हमें स्थापित करनी है, जो भारत के लोगों के सामने आने वाली इन गंभीर चुनौतियों का समाधान करे। कमजोर तबकों, पिछड़ों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और मजदूरों आदि की जिंदगी को आसान बना सके। इसके लिए हमें घर-घर हर दरवाजे तक अपनी सरकारों की उपलब्धियों को बताना होगा। अपनी भविष्य की योजना के बारे में भी विस्तार से बताना है।

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