मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी होने के बाद डाक्टरों की राज्यस्तरीय कार्य बहिष्कार वापस, डाक्टर्स काम पर लौटे

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RANCHI: मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी होने के बाद झारखंड आईएमए, झासा, एवं जुनियर डाक्टर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में डाक्टरों की राज्य स्तरीय कार्य बहिष्कार को वापस लेने की घोषणा की है। 

झारखंड आईएमए महासचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल में डॉ कमलेश उरांव के साथ मारपीट करने वाला मुख्य आरोपी को बीते रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तारी की पुष्टि जमशेदपुर के एसडीएम और सिटी एसपी ने की है।

हमारी मांगे मान ली गई है मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभाव से डाक्टरों की राज्यस्तरीय कार्य बहिष्कार को वापस ले लिया गया है।

इससे पहले सुबह नौ बजे से ही रिम्स में एकजुट होकर डाक्टरों ने रिम्सोनियम हाल में धरना दिया।

झारखंड आईएमए के महासचिव प्रदीप कुमार सिंह, झारखंड आईएमए विमेंस विंग की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप, रांची आईएमए के अध्यक्ष डॉ शेखर चौधरी काजल , सचिव डॉ पंकज बोदरा, रांची आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ शंभू प्रसाद सिंह, संयुक्त सचिव डॉ विकास कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में डाक्टर्स एवं मेडिकल छात्र छात्राओं ने घूम घूमकर  रिम्स ओपीडी सेवा को बंद कराया और जमकर नारेबाजी की।

सफेद कोट की शांति अब बनेगी क्रांति के नारों से रिम्स परिसर गुंज रहा था।

वही ओपीडी में इलाज के लिए आये मरीज बेबस और लाचार हालत में डाक्टरों की जुलूस को निहार रहे थे। झारखंड आईएमए विमेंस विंग की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किये जाने की जोरदार आवाज उठायी।

उन्होंने कहा कि बहुमत की सरकार होने के बावजूद मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को विधानसभा से पारित नहीं किया जा सका और उसे टालने के लिए प्रवर समिति को भेज दिया गया है। जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

हमारी प्रमुख मांगों को जमशेदपुर प्रशासन ने मान लिया है
1) दोषियों की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी गई है।

2) मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट द्वारा F.I.R दर्ज की गई , अभी तक यह व्यक्तिगत डॉक्टर कमलेश के द्वारा की गई थी।
3) मेडिकल कॉलेज कैंपस में पुलिस पीकेट बनाए जाने संबंधित कागजात तैयार कर लिया गया।

इसलिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवाएं संघ, झारखंड ने संयुक्त रूप से कार्य बहिष्कार को वापस लेने की घोषणा करती है।

झारखंड आईएमए के महासचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने

अपने समस्त चिकित्सकों से आग्रह किया है कि हमारी मांगे मान ली गई है, इसलिए आप सभी अपने-अपने कार्य पर वापस आ जाए।

सदस्यों को भरोसा दिया है कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने के लिए यथासंभव प्रयास जारी रहेगा।

और इसके लिए भी एक और आंदोलन से इनकार नहीं किया जा सकता। हम आशान्वित हैं कि हमारे मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री महोदय यथाशीघ्र अगली विधानसभा सत्र में ही मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को पारित करेंगे।

साथ ही कार्य बहिष्कार में सम्मिलित सभी संगठनों (आईएमए, झासा, AHPI, ट्राइबल मेडिकल एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन, FORDA ) के सभी सदस्यों को हार्दिक धन्यवाद दिया है।

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