16 मई 2025 को राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर डेंगू से सुरक्षा हेतु विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जायगा

RANCHI: कल 16 मई 2025 राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर डेंगू से सुरक्षा हेतु विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जायगा।
राष्ट्रीय डेंगू दिवस का उद्देश्य जन समुदाय को डेंगू से सुरक्षा एवं बचाव के प्रति जागरूक करना और बेहतर स्वास्थ्य के लिये उनका व्यवहार परिवर्तन किया जाना है।
डेंगू एक वायरल और गंभीर फ्लू की तरह संकमित रोग है, जो संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से फैलता है।
एडिस मच्छर साफ और ठहरे हुए पानी में पनपते है। बरसात के आगमन के साथ ही डेंगू के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस की थीम है- “Act Early Prevent Dengue, Clean Surrounding Health Living” (शीघ्र कार्रवाई करें, डेंगू को रोकें, स्वस्थ परिवेश, स्वस्थ जीवन) इस थीम का उद्देश्य डेंगू से सुरक्षा के कारगर उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है तथा अपने आसपास साफ सफाई रखना और जीवन को स्वस्थ बनाना है।
साथ ही राष्ट्रीय डेंगू दिवस राज्य भर में पूरे उत्साह के साथ मनाया जाना तथा डेंगू के निवारण एवं नियंत्रण हेतु अनेक गतिविधियों के द्वारा जन जागरूकता किया जाना है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम गोष्ठियों का आयोजन, प्रभात फेरी, रैली, विद्यार्थियों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा डेंगू से सुरक्षा हेतु सावधानी एवं उपाय किये जाने तथा दूसरों को भी इसके लिये प्रेरित किये जाने के संकल्प लिये जायंगे।
विद्यालयों में क्विज एवं चित्रांकन प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक कर पुरस्कृत किया जाएगा, ताकि उनके माध्यम से उनके परिवार जनों को भी जागरूक किया जा सके।
इसके अलावा डेंगू से सुरक्षा हेतु अन्र्तविभागीय सहयोग हेतु सेमिनार आयोजित किये जाएंगे।
इस अभियान में मीडिया से सहयोग हेतु सभी जिलों में मीडिया वर्कशॉप किये जाएंगे।
समाचार पत्रों में संदेश का प्रकाशन तथा विभिन्न रेडियो चैनलों एवं दूरदर्शन के माध्यम से चर्चा कर मलेरिया के निवारण हेतु प्रचार प्रसार किया गया।
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों पर होडिंग, बैनर, फ्लैक्स, पोस्टर लगाए गए हैं और दीवार लेखन कर लोगों को बताया गया है कि छोटी-छोटी सावधानियाँ अपनाकर डेंगू के बड़े खतरे को आसानी से रोका जा सकता है।
डेंगू के लक्षण यदि दिखाई दे या बुखार हो, तो अपने निकट के सरकारी अस्पतालों में जाएँ, वहाँ जाँच और उपचार की व्यवस्था निःशुल्क है।
डेंगू एवं चिकनगुनिया की मुफ्त जाँच एवं उपचार की सुविधा हेतु राज्य के छः सेंटिनल साइट रिम्स राँची, सदर अस्पताल राँची एम०जी०एम०एम०जमशेदपुर, पी०एम०सी०एच० धनबाद एवं डी०पी०एच०एल० चाईबासा, डी०पी०एच०एल० साहेबगंज में उपलब्ध थे।
इसके अलावा वर्ष 2024 में जुलाई माह तक आठ नए सेंटिनल साइट एम्स देवघर, डी०पी०एच०एल० दुमका, डी०पी०एच०एल० चाइबासा, डी०पी०एच०एल० हजारीबाग, डी०पी०एच०एल० पलामू, डी०पी०एच०एल० पूर्वी सिंहभूम, डी०पी०एच०एल० गोड्डा और डी०पी०एच०एल० सिमडेगा चिन्हित किये गए हैं।
इस प्रकार वर्तमान में राज्य में कुल 14 सेंटिनल साइट कार्यरत हैं, जहाँ डेंगू एवं चिकनगुनिया की मुफ्त जाँच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
डेंगू नियंत्रण हेतु हमारा राज्य निरंतर प्रयासरत है, जिसके फलस्वरूप वर्ष 2023 में डेंगू के 12. 42 प्रतिशत रोगियों की तुलना में वर्ष 2024 में 10.68 प्रतिशत डेंगू के रागी पाए गए, जो पूर्ण उपचारित हैं। वर्ष 2023 में डेंगू के कारण चार मौतें हुई थीं, लेकिन वर्ष 2024 में किसी की मृत्यु नहीं हुई है।
इस प्रकार प्रति वर्ष डेंगू रोगियों की संख्या में कमी आ रही है, डेंगू से मृत्यु दर शून्य और हम धीरे धीरे निरंतर डेंगू नियंत्रण की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।