मोदी सरकार सुरक्षित स्वदेश वापिस लाने के प्रयास में लगी 27 नागरिक फलस्तीन में फंसे
नई दिल्ली । यरुशलम की पवित्र तीर्थयात्रा के लिए गए मेघालय के 27 नागरिक इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव के कारण बेथलहम शहर में फंस गए हैं। यहां पर इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच जंग जारी है। मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि यरुशलम की पवित्र तीर्थयात्रा के लिए गए मेघालय के 27 नागरिक इजरायल और फलस्तीन के बीच तनाव के कारण बेथलहम में फंस गए हैं। मैं उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय के संपर्क में हूं। आपको बतादें कि इस मामले में मोदी सरकार इन सभी यात्रियों को स्वदेश सुरक्षित निकाल कर लाने के प्रयासों में तेजी के साथ जुट गई है।
उल्लेखनीय है कि आतंकी संगठन हमास ने शनिवार को स्वतंत्र फलस्तीन की मांग करते हुए इजरायल के सात शहरों पर अचानक हमला कर दिया। इस दौरान उसने हजारों रॉकेट दागे, जिसमें शारनेगेव शहर के मेयर समेत 300 से अधिक लोग मारे गए। हमास के आतंकियों ने कई विदेशी नागरिकों को भी बंधक बना लिया है। हमास के हमले का जवाब देते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी युद्ध का एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि हमास के सभी ठिकानों को मलबे में तब्दील किया जाएगा। उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल का समर्थन करते हुए हमास के हमले की निंदा की और हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और जापान समेत अन्य देशों ने भी इजरायल का समर्थन किया है, जबकि सऊदी अरब, मिस्र और रूस ने युद्धविराम की अपील की है। इजरायल के जवाबी हमले में अब तक हमास के 230 आतंकी मारे गए हैं। हमास ने यह हमला तब किया, जब यहूदी धर्म मानने वाले लोग अपना त्योहार मना रहे थे। ऐसा हमला 50 साल पहले 1973 में इजरायल पर किया गया था। यह हमला मिस्र और सीरिया की सेनाओं ने किया था। दोनों देश 1967 के युद्ध में इजरायल द्वारा कब्जा की गई अपनी जमीन छुड़ाना चाहते थे।