ब्रिटेन में विरोध प्रदर्शन अब हिंसा में बदला, हालात बेकाबू , दंगों से निपटने के लिए स्थायी सेना तैनात
नई दिल्ली । ब्रिटेन में तीन बच्चियों की हत्या के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सड़को पर प्रवासी विरोधी दक्षिणपंथी समूहों का हुजूम है और अब तक 400 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बीच प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर सेना तैनात करने की तैयारी में है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा है कि दंगों से निपटने के लिए पुलिस की एक स्थायी सेना तैनात की जाएगी और पिछले सप्ताह पूरे देश में हिंसक उपद्रव के बाद सैकड़ों गिरफ्तारियों को संभालने के लिए कानूनी व्यवस्था में भी बदलाव होंगे।
स्टार्मर ने दंगों के लिए दक्षिणपंथी ठगों को दोषी ठहराया
स्टार्मर ने देश भर में फैली अराजकता के बाद एक तत्काल बैठक बुलाई। दंगों के लिए उन्होंने दक्षिणपंथी ठगों को दोषी ठहराया है। गौरतलब है कि ब्रिटेन में एक डांस क्लास में चाकू से हुए हमले में में तीन लड़कियों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। हालांकि बाद में यह भीड़ तब उग्र हो गई जब सोशल मीडिया पर अफवाह फैली कि संदिग्ध एक मुस्लिम शरणार्थी था। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने अप्रवासियों और मस्जिदों पर हिंसक हमले किए। स्टार्मर ने कहा, “कोई भी वजह हो, यह विरोध नहीं है। यह हिंसा है और हम मस्जिदों या हमारे मुस्लिम समुदायों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे। अराजकता फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
सोशल मीडिया ने दंगों को भड़काया- स्टार्मर
वहीं इंस्टीट्यूट फॉर गवर्नमेंट थिंक टैंक की वरिष्ठ शोधकर्ता कैसिया रोलैंड ने कहा है कि आपराधिक न्याय प्रणाली को बदलने करने और तुरंत न्याय देने की स्टारमर की योजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ब्रिटेन के कोर्ट पहले ही व्यस्त हैं और जेलों में इतनी भीड़ है कि कैदियों को जल्दी रिहा करने की योजना पहले से ही चल रही थी। रोलैंड ने कहा, “यह कोई ऐसी समस्या नहीं है जिसे आप रातों-रात ठीक कर सकते हैं और मुझे लगता है कि इस अव्यवस्था का सामना करना सिस्टम के लिए मुश्किल होगा।”हालांकि स्टार्मर के कार्यालय ने कहा है कि पुलिस इस अव्यवस्था को संभाल सकती है। मंत्रियों और शीर्ष कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ बैठक में स्टार्मर ने कहा है कि सोशल मीडिया कंपनियों ने गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं जिसने हिंसा को बढ़ावा दिया है।
पिछले सोमवार तीन बच्चियों की हुई थी हत्या
पिछले सोमवार टेलर स्विफ्ट थीम वाली डांस क्लास में मारी गई तीन बच्चियों की पहचान बेबे किंग, 6, एल्सी डॉट स्टैनकॉम्ब, 7, और एलिस डेसिल्वा अगुइआर, 9 के रूप में की गई। सोमवार को इनकी याद में एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई।