पाकिस्तान को एक ओर झटका, नई बीमारी का बढ़ा प्रकोप, बच्चे हो रहे अपंगता का शिकार
इस्लामाबाद । पाकिस्तान में इन दिनों मुश्किल हालात नजर आ रहे हैं. एक तरफ जहां पूरा देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है. वहीं दूसरी तरफ नई-नई समस्याएं चुनौतियां पैदा कर रही हैं. इस बीच पाकिस्तान में पोलियों का एक और नया मामला सामने आया है, जिसके चलते इस साल पाकिस्तान में कुल 6 मामले दर्ज किए गए हैं. पोलियो को खत्म करने के प्रयास में जुटे पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर-पश्चिम प्रांत के खैबर-पख्तूनख्वा के ओरकजई जिले की रहने वाली नौ महीने की बच्ची में वायरस पाया गया और उसे लकवा मार गया. खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में यह पोलियो का चौथा मामला पाया गया है. अन्य दो मामले सिंध प्रांत में पाए गए थे. बता दें कि पिछले साल देश में पोलियो के 20 मामले सामने आए थे. हालांकि, पाकिस्तान पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2021 का प्रदर्शन बेहतर रहा क्योंकि देश में केवल एक पोलियो मामले का पता चला था.
संघीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नदीम जान पोलियो का एक और मामला बढ़ने से निराश हो गए. उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा, मुझे बहुत दुख है कि इस वायरस ने एक और बच्चे से स्वस्थ जीवन जीने और अपनी क्षमता के अनुरूप जीने का अवसर छीन लिया है. उन्होंने देश भर के माता-पिता और देखभाल करने वालों से आग्रह किया कि वे बच्चों के लिए जोखिम को समझें और पोलियो वैक्सीन को कभी मना न करें जो आजीवन विकलांगता को रोकने और जीवन बचाने में मदद कर सकता है
उन्होंने कहा, यह एक स्पष्ट बात है कि जब तक हम इस वायरस को खत्म नहीं कर देते, यह बीमारी न केवल हमारे बच्चों बल्कि दुनिया भर के बच्चों के लिए लगातार खतरा बनी रहेगी. एनआईएच में पोलियो उन्मूलन के लिए क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार, अलग-अलग, 12 जिलों से एकत्र किए गए 20 पर्यावरण सैंपल में जंगली पोलियोवायरस टाइप 1 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया है, जो वायरस के खतरे की व्यापकता पर प्रकाश डालता है।
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