इजरायल-हमास जंग के बीच सीजफायर की अवधि दो दिन के लिए बढ़ाई, जानें इस बीच कतर की भूमिका क्‍या है

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नई दिल्‍ली । इजरायल (Israel)और हमास में चल रही जंग के बीच सीजफायर (ceasefire)की अवधि दो दिन के लिए और बढ़ (increase)गई है। दोनों खेमों के बीच इस ऐतिहासिक (historical)फैसले में कतर ने अहम भूमिका निभाई है। सीजफायर बढ़ने से और बंधक छूटने की उम्मीद बढ़ी है। संघर्ष विराम के दो दिन और बढ़ने से हमास को बड़ी राहत है क्योंकि गाजा पट्टी में चल रहे कत्लेआम में इजरायली सेना आईडीएफ हमास की कमर तोड़ चुकी है। इस अवधि में उसे संभलने का मौका मिलेगा। अमेरिका ने भी कहा है कि गाजा में युद्धविराम से हमास को बड़ा फायदा हो सकता है। संघर्ष विराम में हमास अभी तक इजरायल को 50 से अधिक कैदी सौंप चुका है तो इजरायल ने भी कई फिलिस्तीनी कैदियों को रेड क्रॉस के जरिए हमास के हवाले किया है। सीजफायर के तहत नये करार में इजरायल ने कहा है कि हर 10 कैदियों की रिहाई पर हमास को एक दिन की मोहलत दी जाएगी।

गाजा पट्टी में एक महीने से भी ज्यादा वक्त तक चला कत्लेआम अभी रुका हुआ है। इस संघर्ष विराम का यह पांचवा दिन है। इजरायली सेना आईडीएफ अभी चुप बैठी है, इसके पीछे की वजह है- इजरायली सरकार और हमास के बीच करार। पहले चार दिन चला सीजफायर सोमवार रात को खत्म हुआ तो अब दोनों खेमों के बीच और दो दिन का सीजफायर शुरू हो चुका है। इस नए समझौते में कतर ने अहम भूमिका निभाई है।

चौथी खेप में हमास ने 11 कैदी किए मुक्त

हमास ने सोमवार को सीजफायर के दौरान चौथी खेप के तहत 11 इजरायली महिलाओं और बच्चों को रेड क्रॉस के जरिए इजरायल के हवाले किया। जबकि, मंगलवार तड़के इजरायल ने 33 फिलिस्तीनी कैदियों को वेस्ट बैंक के रामल्लाह शहर पहुंचाया।

दो दिनी सीजफायर की नई शर्त क्या है

इजरायल ने कहा है कि वह प्रत्येक 10 बंधकों की रिहाई के बजले संघर्ष विराम को एक दिन बढ़ा देगा। इस संघर्ष विराम में कतर के अलावा अमेरिका और मिस्र ने भी संयुक्त रूप से अहम भूमिका निभाई है। हमास ने भी पुष्टि की है कि वह “समान शर्तों के तहत” दो दिन के सीजफायर विस्तार पर सहमत हो गया है। सोमवार की रिहाई से युद्धविराम के तहत मुक्त किए गए इजरायलियों की संख्या 50 हो गई है। इसके अलावा 19 विदेशी बंधक भी शामिल हैं। उधर, 117 फिलिस्तीनियों को इजरायली जेलों से रिहा किया जा चुका है।

अमेरिका को भी अपने लोगों के छूटने की उम्मीद

अमेरिका ने भी नए सीजफायर करार के तहत हमास की कैद में रखे गए अमेरिकियों की रिहाई की उम्मीद जताई है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि गाजा युद्धविराम से हमास को फायदा होगा, क्योंकि आईडीएफ गाजा पट्टी पर हमास के कई ठिकानों को बर्बाद कर चुकी है। इस युद्धविराम से उसे संभलने में मदद जरूर मिलेगी। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, अमेरिका को उम्मीद है कि अगले रिहा होने वाले 20 बंधकों में अमेरिकी भी होंगे क्योंकि माना जा रहा है कि पकड़े गए लोगों में अभी भी आठ से नौ अमेरिकी नागरिक हमास की कैद में हैं।

हमास के खात्मे पर अड़ा है इजरायल

सीजफायर की शर्तों को इजरायल ने भले ही मान लिया हो लेकिन वो अभी भी हमास के खात्मे पर अड़ा है। इजरायल का कहना है कि वह 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमले के बाद उसका एकमात्र लक्ष्य हमास को जड़ से खत्म करना है। इजरायल हमास के गाजा पट्टी में 16 साल के शासन को खत्म करके की चैन की सांस लेगा। गौरतलब है कि युद्ध शुरू होने के बाद से 13,300 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें से लगभग दो-तिहाई महिलाएं और नाबालिग हैं। इज़रायली खेमें में भी 1200 से अधिक लोग मारे गए हैं, इसमें कम से कम 77 इजरायली सैनिक भी शामिल हैं।

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