अब हमास होगा खल्‍लास, बंकर में छिपे आतंकियों को मौत के घाट उतारेंगा इजराइल का ये बम

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नई दिल्‍ली । आतंकवादी समूह को कुचलने के लिए इजराइली सैनिक अब चौतरफा जमीनी हमले शुरू करने की तैयारी में है. इसके लिए इजराइल लेजर-निर्देशित £125,000 वाला बम का इस्तेमाल हमास को कुचलने में करेगा। इसे जिसे जीबीयू-28 के नाम से जाना जाता है. अमेरिका में विकसित 19 फीट लंबे इस घातक बम की खासियत यह है कि ये विस्फोट करने से पहले जमीन में गहराई तक धंस जाता है।

जिन हमास की भूलभुलैया वाली सुरंगों को हवाई हमलों से नष्ट नहीं किया जा सकता, यह बम सतह के बहुत नीचे छिपे उन लक्ष्यों को आसानी से ध्वस्त करने में सक्षम हैं. करीब पांच सौ किलोमीटर की वो सुरंग जिनमें हमास के लड़ाके छिपे हैं. हमास को खत्म करने के लिए सुरंगों को खत्म करना होगा. यह बंकर बस्टर पहली बार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी में भूमिगत रॉकेट कारखानों को नष्ट करने के लिए तैनात किए गए थे।

सुरंगों में छिपे हैं आतंकी

इजरायली सैनिक जीबीयू-28 के प्रयोग का सहारा ले सकते हैं, क्योंकि यह समझा जाता है कि भूमिगत सुरंगें भारी जाल और घरेलू बमों से भरी हुई हैं. रास्तों की भूलभुलैया जैसी संरचना भी इसे खत्म करने में अविश्वसनीय रूप से कठिन बनाती है. लेकिन ऐसी आशंका है कि हमास के आतंकवादियों ने दर्जनों अपहृत बंदियों को (जिनमें उनके मारे गए माता-पिता से छीने गए बच्चे भी शामिल थे) सुरंगों में ले गए हैं।

GBU 28 बम की खासियत

बंकर बम का वजन 2131 KG है. इसकी लम्बाई 19 फीट और वॉरहेड का वजन 306 KG है. इसकी कीमत ₹1.26 करोड़ बताई गई है. यह बंकर बम 16 फीट गहरे कंक्रीट बंकर को भी भेदने की ताकत रखता है।

ऐसे करता है काम

GBU 28 बम लेजर गाइडेंस से अपने लक्ष्य का पता लगाता है और टारगेट पर हिट करने के बाद बम के अंदर रखा अठारह सौ किलो बारूद भीषण विस्फोट करता है, जिस सुरंग के अंदर ये विस्फोट होता है वहां कुछ भी सुरक्षित नहीं बचता और एक गहरा गड्ढा बन जाता है. जानिए यह काम कैसे करता है।

फाइटर जेट के जरिए गिराया जाता है बम
जमीन में गहराई तक धंस जाता है बम
पर्याप्त गहराई में जाने के बाद धमाका होता है
जमीन के अंदर 250 मीटर का इलाका बर्बाद हो जाता है
हमास की सुरंगों को तबाह करने में इस्तेमाल संभव
हमास को मिट्टी में मिलाने की योजना

आईडीएफ ने सोमवार को कहा कि गाजा में कम से कम 199 लोगों को बंधक बनाया गया है. हमास को अतीत में क्रूरतापूर्वक लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने के लिए जाना जाता है. इज़राइल ने 2021 में अमेरिका के अधिक उन्नत GBU-72 मॉडल का अनुरोध किया, लेकिन सौदे पर अभी तक मुहर नहीं लगी है. उसी वर्ष इज़राइल ने सुरंगों पर हमला करने के लिए GBU-28 का उपयोग किया, जिसे “गाजा मेट्रो” के नाम से जाना जाता है।

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