रांची सदर के लेप्रोस्कोपिक सर्जन “डॉ अजीत कुमार” ने कोलकाता में आयोजित लेप्रोस्कोपिक सर्जन के वर्ल्ड कांफ्रेंस (WCES ,2024) में केस रिपोर्ट प्रेजेंट किया
RANCHI: रांची सदर अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन “डॉ अजीत कुमार” ने कोलकाता में आयोजित लेप्रोस्कोपिक सर्जन के वर्ल्ड कांफ्रेंस (WCES ,2024) में केस रिपोर्ट प्रेजेंट किया।
इसमें 12 वर्षीय एक लड़के के पेट में बाइक की हैंडल घुस गई थी, जिससे उसका पेट फट गया था लीवर में छेद हो गई थी और उसने जो खाना खाया था (चावल -दाल) वह सारा का सारा उसके पेट के अंदर में फैल गया था।
चूंकी लड़के की उम्र कम थी ,और उसके पास पूरी जिंदगी बची हुई थी, इसलिए हमारी टीम ने सभी जांच कराने के बाद यह प्लान किया।
लेप्रोस्कोपी विधि से छोटे छेद के द्वारा ऑपरेशन किया जाए ,जिससे उसका पूरा पेट खोलने से बच जाए।
यह एक जटिल सर्जरी थी,जिसमें आमतौर पर पूरे पेट को खोलकर ऑपरेशन किया जाता है चुनिंदा अस्पतालों में ही लेप्रोस्कोपिक विधि से इसकी ऑपरेशन होती है।
यह ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा,और बिना बड़े चीरे के ही वह स्वस्थ होकर घर गया।
अगर उसकी पेट खोलनी पड़ती, तो भविष्य में उसको हर्निया एवं आंत फसने का खतरा बना रहता ।
इस आपरेशन में क्रिटिकल केयर के डॉक्टर कौशल एवं पूरी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।