झारखंड में रिम्स सहित सभी मेडिकल कालेजों में हड़ताल  से ओपीडी एवं इनडोर चिकित्सा सेवा बंद

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 डॉक्टरों की हड़ताल से चिकित्सा व्यवस्था ठप्प, we want justice के नारे से गुंज उठा देश

RANCHI:  कोलकाता के आरजे कर मेडिकल कालेज की सेकेंड ईयर की छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद जघन्य हत्या के विरोध में पूरे देश में राष्ट्रीय आईएमए के आह्वान पर सभी मेडिकल कालेजों में चिकित्सकों की 24 घंटे की हड़ताल से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी है।

पूरा देश we want justice से गुंज उठा।

यह हड़ताल 18 अगस्त की सुबह छह बजे तक रहेगा।

झारखंड में भी इस हड़ताल का व्यापक असर पड़ा है।

राज्य की प्रमुख चिकित्सा संस्थान, रिम्स सहित सभी मेडिकल कालेजों में जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार और इमरजेंसी सेवा एवं सर्जरी कार्य से अपने को अलग करने के कारण चिकित्सा सेवा पूरी तरह चरमरा गयी है।

रिम्स का ओपीडी सेवा एवं इनडोर पूरी तरह विरान हो गया है। गंभीर मरीजों का पलायन हो रहा है।

 

रिम्स जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के समर्थन में उतरे झारखंड आईएमए, रांची आईएमए, झासा एवं वुमेन डॉक्टर्स विंग, झारखंड झारखंड चेंबर,

सहित पारा मेडिकल कर्मी एवं स्वास्थ्य कर्मचारी भी आंदोलन शामिल हैं।

झारखंड आईमए के महासचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह, रांची आईएमए के डॉ अभिषेक रामाधीन,

वुमेन डॉक्टर्स विंग झारखंड की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने कोलकाता मामले पर सरकार से सभी मेडिकल कालेजों में मेडिकल छात्र छात्राओं की ड्यूटी अवधि में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था बहाल करने की मांग की है।

साथ ही उक्त जघन्य हत्या के दोषियों को अविलंब फांसी की सजा देने की मांग की है।

इस मामले को लेकर सभी डॉक्टरों ने we want justice की जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया।

सभी चिकित्सकों ने एक स्वर से देश के सभी मेडिकल कालेजों में सुरक्षा की मांग करते हुए उक्त जघन्य हत्या में दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी देने सजा देने की मांग सरकार से की है।

झारखंड आईमए के महासचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि इस आंदोलन को जन समर्थन मिल रहा है।

चेंबर, जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ सहित अन्य संगठन शामिल हैं।

डॉ भारती कश्यप ने कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है।

साथ ही एसी ए डब्ल्यू एक्ट लागू करने की मांग की। इससे समाज की हर महिलाओं को सुरक्षा मिलेगी।

इस 24 घंटे के देश व्यापी हड़ताल से मेडिकल कालेजों सहित निजी अस्पतालों में भी भर्ती मरीज चिकित्सा से वंचित हैं।

वहीं ओपीडी चिकित्सा नही मिलने से मरीज एवं उनके परिजन चिकित्सा के आस में दर दर भटक रहे हैं।

सदर अस्पताल मे भी धरना-प्रदर्शन 

सदर अस्पताल मे भी डाक्टर्स एवं स्वास्थ्य कर्मचारियो ने धरना प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की।

साथ ही कोलकाता मामले त्वरित कार्रवाई कर दोषियो को फांसी की सजा देने की मांग  की है।

धरना-प्रदर्शन मे डॉ अजीत कुमार, डॉ आरके सिंह, डॉ अभय कुमार पाण्डेय सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

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