हम सभी का दायित्व है कि टीबी के मरीजों को निक्षय पोषाहार उपलब्ध कराएं: संजय सेठ
टीबी मुक्त भारत 100 दिवसीय अभियान का राज्य स्तरीय शुभारंभ
भारत सरकार टीबी को देशभर से समाप्त करने की दिशा में प्रयास: सीपी सिंह
इंडिया टीवी रिपोर्ट के अनुसार 2024 में कुल 28.5 लाख रोगी भारत में
वर्ष 2022 में कुल 56000 टीबी रोगी झारखंड में पाए गए थे
RANCHI: आज रांची जिला सदर अस्पताल प्रांगण से टीबी मुक्त भारत 100 दिवसीय अभियान का राज्य स्तरीय शुभारंभ किया गया।
यह कार्यक्रम 7 दिसंबर 2024 से 18 मार्च 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
अभियान में राज्य के चार जिलों हजारीबाग, रामगढ़, सिमडेगा एवं गुमला में सघन जांच अभियान चलाया जाएगा।
टीबी मुक्त भारत 100 दिवसीय अभियान की शुरुआत करते हुए केन्द्रीय राज्य रक्षा मंत्री, भारत सरकार, संजय सेठ ने कहा कि हम सभी का दायित्व है कि टीबी के मरीजों को निक्षय पोषाहार उपलब्ध कराएं इस दिशा में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य की सभी सामाजिक संस्थाओं को इस नेक काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
तभी हम सभी मिलकर देश से टीबी का उन्मूलन कर सकेंगे।
इस अवसर पर रांची विधायक सी० पी० सिंह ने कहा कि भारत सरकार टीबी को देशभर से समाप्त करने की दिशा में प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करना होगा तभी इस दिशा में सार्थक उपलब्धि मिल सकेगी।
कार्यक्रम में केंद्र सरकार की संयुक्त निदेशक, (MOHFW) डॉ छवि जोशी पंत ने कहा की इस अभियान के लिए देशभर के 33 राज्यों तथा केन्द्रशाषित प्रदेशों के 347 जिलों को चुना गया है, जहां विस्तृत रूप से यह कार्यक्रम चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि झारखंड के चार जिलों में आज यह प्रोग्राम लॉन्च किया जा रहा है, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नए रोगियों को सामने लाना, मृत्यु दर को कम करना और नए पाए गए टीबी मरीजों का इलाज करना है।
डॉ पंत ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए एक माइक्रो प्लान तैयार किया गया है।
जिसके अनुसार निक्षय वाहन चिन्हित जिलों के गांवों, कस्बों में घूम-घूम कर लोगों की जांच करेगी तथा जागरूकता फैलाएगी।
डॉ पंत ने उपस्थित लोगों से कहां की इस अभियान को सफल बनाने के लिए जन भागीदारी की आवश्यकता है, अतः आप सभी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और लोगों को जांब करवाने के लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि 2025 तक झारखंड के साथ-साथ पूरे भारतवर्ष से टीबी का उन्मूलन किया जाना है।
हम सभी को मिलकर इस अभियान को विस्तृत रूप से पंचायत स्तर तक जन आंदोलन के रूप में चलाना है।
उन्होंने कहा कि आप सभी की इसमें भागीदारी जरूरी है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को जांच के लिए लाने हेतु प्रेरित करें।
प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य सरकार इस कार्यक्रम में पूरा सहयोग करेगी।
उन्होंने कहा कि जिलों को अगर किसी सहयोग की आवश्यकता है तो इस संबंध में सिविल सर्जन के माध्यम से राज्य को अवगत कराएं।
प्रधान सचिव ने बताया कि कार्यक्रम के अंत में बेहतर काम करने वाले टीबी चौपियंस, निश्चय मित्र, स्वास्थ्य कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए अभियान निदेशक, एन०एच०एम० झारखंड अब्बू इमरान ने कहा कि कार्यक्रम के संबंध में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी लोगों को निकटवर्ती स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच के लिए आने हेतु प्रेरित करें।
अभियान निदेशक ने कहा कि टीबी रोग से बचने के लिए नशा, धूम्रपान से भी बचाना जरूरी है।
अभियान निदेशक ने कहा
कि कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु समुदाय की भागीदारी आवश्यक है साथ ही साथ प्रबुद्ध नागरिकों, धार्मिक गुरुओं को लोगों को जागरूक करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें टीबी के रोगियों के प्रति सहानुभूति भी रखनी होगी।
उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त अभियान 100 दिनों के लिए निर्धारित किया गया है ताकि इसका व्यापक प्रचार प्रसार हो सके और सकारात्मक परिणाम सामने आए।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि सभी इस अभियान में जुड़े और कार्यक्रम को सफल बनाए।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राज्य यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कमलेश कुमार ने कहा कि इंडिया टीवी रिपोर्ट के अनुसार 2024 में कुल 28.5 लाख रोगी भारत में पाए गए हैं।
जिनमें वर्ष 2022 में कुल 56000 टीबी रोगी झारखंड में पाए गए थे।
वर्ष 2023 में झारखंड में कुल 61000 एवं 2024 में कुल 65000 नए केस सामने आने की संभावना है।
अब तक राज्य के 38 पंचायतों को टीबी मुक्त किया चुका है।
2024 में लगभग 500 पंचायत टीबी मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्राइवेट चिकित्सों इलाज करवाने वाले टीबी रोगियों को भी टीबी की दवा एवं जांच निःशुल्क उपलब्ध है।
निक्षय पो योजना के अंतर्गत 1 नवंबर 2024 से रोगी को हर महीने 1000 रुपया की राशि पोषण सहायता उपचार अवधि तक सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है।
पूर्व में 500 रूपए देने का प्रावधान था।
टीबी चैंपियन हुए सम्मानित
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने दो टीबी चैंपियन को सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ सी०के० शाही निदेशक प्रमुख, स्वस्थ्य सेवाएं, डॉ बी०के० सिंह राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डॉ प्रभात कुमार सिविल सर्जन, रांची, डॉ एस०के० बास्की, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, रांची के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी, कर्मचारी, सहिया, WHO तथा विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधि,
साथ ही सदर अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ बिमलेश सिंह,
डॉ अजीत, डॉ एस प्रसाद, डॉ रंजू सिन्हा, एवं स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।