फायरिंग रेंज के नजदीक ब्लास्ट से युवक के ब्रेन के अंदर घुसे मेटल के टूकडे को रिम्स न्यूरोसर्जन की टीम ने ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक निकाला
न्यूरोसर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ आनंद प्रकाश के नेतृत्व में इसका सफल ऑपरेशन
RANCHI : सीतागढ फायरिंग रेंज के नजदीक ब्लास्ट से ब्रेन के अंदर घुसे मेटल के टूकडे को रिम्स न्यूरोसर्जन की टीम ने ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक निकाला।
17 वर्षीय किशोर मनीष कश्यप 30 सितंबर की दोपहर को खेत में काम करते ब्लास्ट में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
दरअसल मनीष खेत में काम कर रहा था जब उसकी कुछ बकरियां सीतागढ़ के फायरिंग रेंज के नजदीक चली गई जहां पर ट्रेनिंग चल रही थी।
उन्हें लाने के क्रम में रिहर्सल में हुए ब्लास्ट में एक मेटल का टुकड़ा किशोर के ब्रेन में घुस गया था। यह चोट काफी गंभीर थी।
मेटल का टुकड़ा ब्रेन में बाईं ओर से घुसा और ब्रेन को पार करते हुए दाहिनी तरफ जा पंहुचा।
हालांकि यह चुनौती पूर्ण ऑपरेशन था क्योंकि मेटल का टुकड़ा बहुत ही छोटा था और ब्रेन को बिना डैमेज किए हुए इसे खोज निकालना था जो घास में सुई खोजने के बराबर था।
न्यूरोसर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ आनंद प्रकाश के नेतृत्व में इसका सफल ऑपरेशन किया गया।
इस ऑपरेशन में न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टर विकास कुमार, डॉ दानिश और एनेस्थीसिया विभाग की डॉ दीपाली, डॉ भारती व डॉ अनुप्रिया शामिल थीं।