पत्रकारिता आज समाजसेवा के साथ ही जिम्मेवारी भी देती हैं: आशुतोष कुमार आर्य

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संप्रेषण ही मीडिया की मूल है

अच्छी पत्रकारिता निरंतर सीखने की ललक से आती है

RANCHI: अच्छी पत्रकारिता निरंतर सीखने की ललक से आती है, वही पत्रकारिता के आज दूसरी पहलू ये है की ये समाजसेवा के साथ ही जिम्मेवारी का भी बोध कराती है।

पत्रकारिता आज मिशन से व्यवसायिक होती जा रही है,उक्त बाते सात दिवसीय
देश भर के नवोदित पत्रकारों को ऑनलाइन प्रशिक्षण के दौरान बिहार के वरिष्ठ पत्रकार एवम दैनिक हिंदुस्तान अखबारों के उप संपादक आशुतोष कुमार आर्य ने प्रशिक्षण में भाग ले रहे प्रतिभागियों को को अपने संबोधन में कई बातों की जानकारी देते हुए कहा कि हर सूचना जो सत्य हो,जांचा परखा गया हो और किसी और के लिए आवश्यक हो समाचार कहा जा सकता है,शब्दो की तारतम्यता बनाए रखकर ही शब्दों के जादूगर बना जा सकता है।

वही दैनिक जागरण के नालंदा ब्यूरो प्रभारी रजनीकांत ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आज ग्रामीण पत्रकारिता की जरूरत है,एवम पत्रकारों को स्वय ही एक लक्ष्मण रेखा बनाने की जरूरत है।

जिससे समाज को मानसिक एवम बौद्धिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
हमे घटना में विचारधारा को लेकर न्यूज नही बनानी चाहिए, न्यूज और व्यूज में समायोजन से बचना चाहिए,दो अर्थी शब्दो के चयन से भी आज पत्रकारों को बचने की जरूरत है।

डीडी नेशनल के सीनियर प्रोग्राम एंकर डा.संजय विजित्वर ने संप्रेषण ही मीडिया की मूल भावना है, और प्रस्तुति,शब्द भंडार,परिधान,चेहरे का हाव भाव के साथ ही सहनशीलता को टीवी पत्रकारिता के घटक के रूप में व्याख्यान दिए।

उन्होंने कहा कि खूब सुनिए एवम भावना को समझने का प्रयास ही एंकरिंग का मूल भाव है।उन्होंने अपनी काव्य रचना,ढूंढते_ ढूंढते उमर बीत गई,पर वो न मिले जिन्हे ढूंढ रहे का पाठ कर प्रतिभागियों को नई ऊर्जा प्रदान किया,अगले दिन क्षेत्रीय चैनल नालंदा टीवी न्यूज के निदेशक एवम वरिष्ठ पत्रकार मनोज वेदी ने अपने पत्रकारिता की लंबी अनुभवों को बताते हुए,फोटोग्राफी,वीडियो ग्राफी,सहित मीडिया के कई आयामों पर बारीकी से चर्चा किया।

उन्होंने रिपोर्टिंग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को भी विस्तार से बताया,उन्होंने कहा कि आज मीडिया में सावधानी के साथ ही खोज परक जानकारी देने की जरूरत के साथ ही,सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी जरूरी है।
नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन एवम मगध समाज कल्याण प्रतिष्ठान के समलित प्रयास से आयोजित पत्रकारिता प्रशिक्षण में उत्तरप्रदेश,महाराष्ट्र,उतराखंड, बिहार के प्रतिभागी प्रशिक्षण ले रहें है।

संगठन के राष्ट्रीय महासचिव कुमुद रंजन सिंह ने बताया कि मीडिया आज ग्लैमरस के साथ ही कमाऊ क्षेत्र भी है,हमे विज्ञापन के आधुनिक तकनीक के प्रयोग से ज्यादा लाभ के भी अवसर इस क्षेत्र में मिलते हैं।

उन्होंने बताया की ,इस बार प्रशिक्षण में 70 प्रतिभागियों में से सिर्फ आठ प्रतिभागियों का चयन किया गया था।

प्रतिभागियों को एसोसिएशन के पदाधिकारी सुप्रिया सिंह,एवम सुश्री गीता कौर ने भी ज्ञानपरक जानकारियों को संकलित करवाया तथा सभी का अभिवादन किए।

जिसका समापन शुक्रवार को किया गया।
इस अवसर पर ये प्रतिभागी जियाऊदीन,डा.बालकृष्ण रामभाउ महाजन,संजीव कुमार,चारु मित्रा,कबीर चंद्रशेखर महाजन, सायली विजयराव वाटकर,अविनाश कुमार एवम संगठन के प्रचार प्रभारी सुश्री गीता कौर ,सुप्रिया सिंह प्रशिक्षण ले रहे थे।

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