स्थानीय सुरक्षा बलों में महिला कमांडो शामिल, नक्सली क्षेत्रों में महिआ वोटर्स को मिेलेंगी विशेष सुरक्षा
नई दिल्ली । प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान बस्तर के संवेदनशील इलाके में महिला कमांडो अपनी ताकत का अहसास कराने वाली है। पुलिस अधिकारी की माने तो यहां पर शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिये स्थानीय सुरक्षा बलों में महिला कमांडो को शामिल कर नक्सलियों के गढ़ में महिलाओं को सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने जा रही है।
महिआ कमांडोज को देखर ग्रामीण महिलाओं का बढ़ेगा उत्साह
गौरतलब है कि गत वर्षों में बस्तर में पुलिस विभाग में जिला पुलिस बल ने स्थानीय स्तर पर महिलाओं की पुलिस में भर्ती कर महिला कमांडो के रूप में प्रशिक्षित किया है व उन्हें जंगलों में नक्सलियों से लोहा लेने का स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है। महिला कमांडोज की तैनाती से न सिर्फ अंदरूनी इलाकों में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव सम्पन्न हो सकेगा, बल्कि इन महिला कमांडोज को देखकर ग्रामीण महिलाएं और युवतियों भी चुनाव में मतदान के लिए निकलेंगी।
स्पेशल प्रशिक्षण लेकर नक्सलियों को देती है मुंहतोड़ जवाब
बस्तर पुलिस में भर्ती किये गये स्थानीय युवक-युवतियों को हैदराबाद में स्पेशल प्रशिक्षण दिया गया है। इस ट्रेनिंग के दौरान नक्सलियों को उन्हीं के क्षेत्र में इन स्थानीय युवक-युवतियों के द्वारा मुंहतोड़ जवाब देने के लिए विशेष तौर पर तैयार किया गया है। बस्तर पुलिस ने इस भर्ती में महिलाओं को खास प्राथमिकता देते हुए स्थानीय स्तर पर भर्ती करने के साथ उन्हें नक्सल मोर्चे पर तैनाती के लिए स्पेशल ट्रेनिंग भी दी है। इस प्रशिक्षण में एक हजार से ज्यादा महिला कमांडो को तैयार किया गया है।
नक्सल प्रभावित इलाकों में गश्त भी करेंगी
बस्तर में तैनात महिला कमांडो को चुनाव संबंधी सुरक्षा की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इनकी ड्यूटी पोलिंग पार्टी को सुरक्षित मतदान केंद्रों तक पहुंचाना और अंदरूनी क्षेत्रों में मतदान केंद्रों की सुरक्षा की है। इसके अलावा नक्सल प्रभावित इलाकों में गश्त करने का भी जिम्मा इन महिला कमांडोज को दिया जा रहा है। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से इन महिला कमांडोज की तैनाती कहां और कितनी संख्या में होगी, इसकी जानकारी गोपनीय रखी गई है। बस्तर में होने वाले विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए ये महिला कमांडोज भूमिका अति महत्वपूर्ण बतायी जा रही हैं।
बस्तर फाइटर्स तैयार
बस्तर में बस्तर फाइटर्स के रूप में स्थानीय युवतियों की भर्ती की गई है इसके साथ ही दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी फाइटर्स और सुकमा में दुर्गा फाइटर्स का नाम दिया गया है। बस्तर की सभी युवतियां बड़ी संख्या में स्थानीय महिला कमांडो जवानों के साथ नक्सल विरोधी अभियान में हिस्सा ले रही हैं। इन महिला कमांडोज ने नक्सलियों से लोहा लेने के दौरान कई बड़ी उपलब्धियां भी हासिल की हैं। यही वजह है कि इस बार विधानसभा चुनाव में सुरक्षा के लिए बस्तर संभाग में एक हजार से ज्यादा महिला कमांडोज को अति संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किए जाने की योजना बनाई गई है।
नक्सली क्षेत्रों में ऑपरेशन लॉन्च करेंगी महिला कमांडोज
इस बार विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए इन महिला कमांडोज की भी ड्यूटी नक्सल प्रभावित इलाकों में लगाई जा रही है। यह महिलाएं नक्सल विरोधी अभियान में भी हिस्सा ले रही हैं और अंदरूनी क्षेत्रों में बाकायदा ऑपरेशन भी लॉन्च कर रही हैं। महिला कमांडोज की तैनाती से स्थानीय महिलाओं और युवतियों का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा।