पैरालंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाले भारतीय दल को नीरज चोपड़ा ने दी बधाई
नई दिल्ली । स्टार भारतीय जेवलिन प्लेयर नीरज चोपड़ा ने सोमवार को पेरिस पैरालिंपिक में दमदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों को बधाई दी। भारतीय दल ने पैरालंपिक में इतिहास रचा। भारत ने अपने ऐतिहासिक पेरिस पैरालिंपिक अभियान का समापन कुल 29 पदकों के साथ किया। एक पैरांलिप में भारत 20 पदक भी कभी नहीं जीता था, लेकिन इस पर पदकों की संख्या 29 पहुंच गई। भारतीय एथलीटों ने सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक जीते। इस प्रतियोगिता के इतिहास में भारत के लिए ये सबसे ज्यादा पदक हैं।
इससे पहले 19 पदक टोक्यो पैरालंपिक में जीते
भारत ने इससे पहले 19 पदक टोक्यो पैरालंपिक में जीते थे। 19 में से 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल थे। इस बार भारत ने तीनों ही पदकों की संख्या को बढ़ाया और नया कीर्तिमान रचा। इसी प्रदर्शन की तारीफ टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट और पेरिस ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने की। नीरज चोपड़ा ने अपने एक्स अकाउंट पर भारतीय दल को बधाई देते हुए लिखा, “2024 पैरालिंपिक में टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन। हर प्रतिभागी और पूरे सहयोगी स्टाफ को अपना सर्वश्रेष्ठ देने और 29 पदक लेकर घर लौटने के लिए बधाई! भारत को आप सभी पर गर्व है।”
What a performance by #TeamIndia at the 2024 Paralympics. Congratulations to every participant and the entire support staff for giving their best and returning home with 29 medals! 👏
India is proud of you! 🇮🇳
— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) September 9, 2024
भारत ने 50 पदकों का आकड़ा पार किया
इस रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन की बदौलत भारत ने प्रतियोगिता के इतिहास में 50 पदकों का आंकड़ा भी पार किया। 28 अगस्त से रविवार 8 सितंबर तक चले पैरालंपिक के 12 खेलों में भारत के 84 पैरा-एथलीटों ने तिरंगे का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, टोक्यो 2020 में भारत ने सिर्फ 9 खेलों में हिस्सा लिया था। भारत ने पेरिस में नए खेलों में भी भाग लिया, जिनमें पैरासाइक्लिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो था। हालांकि, इनमें पदक भारत को नहीं मिले। पैरा-शूटर अवनि लेखरा दो पैरालंपिक स्वर्ण पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने 249.7 अंकों के विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 शूटिंग में अपने गोल्ड मेडल को डिफेंड किया, जो उनको टोक्यो गेम्स में मिला था।