जसप्रीत बुमराह Bazball से हैं खुश, बोले- इंग्लैंड ने दुनिया को दिखाया है टेस्ट क्रिकेट खेलने का…

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नई दिल्‍ली । भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team)के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (fast bowler jasprit bumrah)ने माना है कि इंग्लैंड की बैजबॉल अप्रोच (England’s baseball approach)उनके लिए फायदेमंद साबित हुई है। बुमराह ने कहा है कि ब्रैंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स के नेतृत्व वाली इंग्लैंड की टीम के खिलाफ गेंदबाजी करने में उनको मजा आएगा। भारतीय पेसर ने माना है कि इंग्लैंड की टीम ने दुनिया को दिखाया है कि टेस्ट क्रिकेट को अलग तरह से कैसे खेला जा सकता है। उस तरह की क्रिकेट में उनको सफलता भी मिली है।

इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले द गार्डियन को दिए इंटरव्यू में जसप्रीत बुमराह ने कहा है कि वह वास्तव में बैजबॉल शब्द से संबंध नहीं रखते। बैजबॉल को लेकर मीडिया में कहा जाता है कि ये ब्रैंडन मैकुलम-बेन स्टोक्स की जोड़ी के लिए शब्द यूज हुआ है। इंग्लैंड की टीम इन दोनों के तहत तेजतर्रार क्रिकेट टेस्ट में खेल रही है। इस बात को जसप्रीत बुमराह ने भी स्वीकार किया है, क्योंकि वे एक बार उनके खिलाफ खेल चुके हैं।

बुमराह ने कहा, “वे सफल क्रिकेट खेल रहे हैं और विपक्ष पर आक्रामक रुख अपना रहे हैं, जिससे दुनिया को टेस्ट क्रिकेट खेलने का एक और तरीका दिख रहा है। एक गेंदबाज के तौर पर मेरा मानना है कि यह मुझे खेल में बनाए रखता है। अगर वे इसके लिए जा रहे हैं, इतनी तेजी से खेल रहे हैं, तो वे मुझे थकाएंगे नहीं, मुझे ढेर सारे विकेट मिल सकते हैं। मैं हमेशा इस बारे में सोचता हूं कि मैं चीजों का उपयोग अपने लाभ के लिए कैसे कर सकता हूं। उन्हें बधाई, लेकिन एक गेंदबाज के रूप में आप खेल में हैं।”

ये सीरीज आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के नए चक्र का हिस्सा है। दो बार भारतीय टीम फाइनल खेल चुकी है, लेकिन जीत नहीं पाई है। इस बार टीम के फाइनल में पहुंचने के चांस इस होम सीरीज पर निर्भर करेंगे, क्योंकि अभी तक टीम ने चार मुकाबले खेले हैं और सिर्फ दो मैचों में जीत हासिल की है। टीम एक मुकाबला हार चुकी है और एक मुकाबला बारिश के कारण वेस्टइंडीज में पूरा नहीं हुआ था। ऐसे में इस सीरीज में उस भरपाई को भारतीय टीम पूरा करने का प्रयास करेगी।

बुमराह ने आगे युवा खिलाड़ियों को लेकर कहा, “मुझे नहीं पता कि युवा इसे कैसे देखते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट इतने लंबे समय से है, यह एक रास्ता खोज लेगा। टेस्ट क्रिकेट में किस्मत नहीं होती, जो बेहतर खेलती है, वह टीम जीतती है, आप किस्मत से 20 विकेट नहीं ले सकते। मैं सिर्फ सफेद गेंद वाले क्रिकेट से कभी खुश नहीं था और टेस्ट क्रिकेट अभी भी मेरे लिए सर्वोच्च प्रारूप है।” 25 जनवरी से इस सीरीज की शुरुआत हो रही है। पहला मैच हैदराबाद में खेला जाना है।

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