BJP की निर्वाचन आयोग से मांग की चुनाव तक कमल नाथ प्रदेश से बाहर रहें
भाजपा की निर्वाचन आयोग से मांग-चुनाव तक कमल नाथ प्रदेश से बाहर रहें
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से शिकायत की। इसमें बताया कि कमल नाथ द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है, इसलिए उनकी सभाओं पर रोक लगाई जाए।
भाजपा ने शिकायत कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की मांगकमल नाथ की सभाओं पर लगाने की भी मांग, निवाड़ी एसपी की भी शिकायतभाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से शिकायत की।
राज्य ब्यूरो, भोपाल। भाजपा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से छिंदवाड़ा के प्रत्याशी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ द्वारा चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाने व चुनाव तक उनके प्रदेश से बाहर रहने का आदेश जारी करने की मांग की है।
यह आरोप लगाया
भाजपा ने आरोप लगाया कि कमल नाथ ने पांच नवंबर को शासकीयशाला लहगडुआ में सभा को संबोधित किया। यहां दीवार पर कांग्रेस पार्टी के पोस्टर चिपकाकर आचार संहिता का उल्लंघन किया। वहीं, भाजपा ने कहा है कि निवाड़ी के पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल के स्थानांतरण की मांग करते हुए उन पर कांग्रेस के समर्थन का आरोप लगाया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन से शिकायत की। इसमें बताया कि कमल नाथ द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है, इसलिए उनकी सभाओं पर रोक लगाई जाए। निवाड़ी पुलिस अधीक्षक को लेकर कहा कि भाजपा के प्रत्याशियों के वाहनों की सभी अनुमतियां होने के बाद भी स्थान-स्थान पर रोका जा रहा है। जबकि कांग्रेस को खुली छूट दे दी गई है।
शासकीय भवन में पोस्टर लगाए जाने की शिकायत
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मंगलवार को भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र में हुई सभा के दौरान शासकीय भवन में पोस्टर लगाए जाने की शिकायत करते हुए उन्हें भी चुनाव संपन्न होने तक मध्य प्रदेश से बाहर रखने की मांग की गई।
आरिफ मसूद को चुनाव लड़ने से रोकने की मांग
भाजपा ने भोपाल मध्य क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी आरिफ मसूद को चुनाव लड़ने से रोकने की मांग की गई। शिकायत की है कि उन्होंने शपथ पत्र में स्वयं पर एक लाख 39 हजार 960 रूपए का ऋण बताया है। जबकि एक अन्य कालम में स्वयं व पत्नी पर बकाया देनदारियां शून्य बताई हैं। शपथ-पत्र में गलत जानकारी देने पर उन्हें चुनाव लड़ने से रोका जाए।