जेब में रखते ही पकड़ाया PWD का इंजीनियर, बिल पास करने मांगी थी रिश्वत ,15 हजार
लोकायुक्त ने की कार्रवाई… तीन दिन पहले ठेकेदार से 55 हजार रुपए ले चुका था पीके गुप्ता, 15000 लेते कार्यपालन यंत्री को पकड़ा
रंगे हाथों पकड़ाया तो गिड़गिड़ाने लगे कार्यपालन यंत्री पीके गुप्ता।
ग्वालियर. पीडब्ल्यूडी का कार्यपालन यंत्री (ईएंडएम) विद्युत ठेकेदार से 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया। लोकायुक्त ने मंगलवार को मेला मैदान में घूसखोर को धर लिया। तीन दिन पहले कार्यपालन यंत्री पीके गुप्ता ठेकेदार से 55 हजार रुपए ऐंठ चुका था। रिश्वत की दूसरी किस्त वसूलने के लिए उसने ठेेकेदार को मेला मैदान में बुलाया। ठेकेदार पैसों के साथ लोकायुक्त टीम को भी लेकर पहुंचा। जैसे ही रकम दी टीम ने धर लिया।
ठेकेदार महेंद्र सिंह बैस शिवनगर गदाईपुरा (हजीरा) निवासी ने बताया भिंड में कलेक्टर बंगले पर बिजली का काम किया है। इसका 4 लाख 20 हजार रुपए का बिल बना है। अभी जो काम चल रहा है उसका बिल 2 लाख 72 हजार रुपए का है। इन बिलों को कार्यपालन यंत्री पीके गुप्ता को पास करना है। उसके बदले गुप्ता 70 हजार रुपया घूस मांग रहा था। पैसा नहीं दिया तो उसने बिल लटका दिया। पहली किस्त में 55 हजार रुपए देकर ठेकेदार ने कहा कि अब तो बिल पास कर दो, लेकिन गुप्ता पूरी रकम वसूले बिना बिल पर हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं था।
पकड़ा तो यूं मचलने लगा यंत्री, कहने लगा मर जाएंगे ठेकेदार ने गुप्ता को घूस की रकम थमा कर टीम को इशारा कर दिया। रंगे हाथ पकड़े जाने पर गुप्ता घबरा गया। बीमार होने का हवाला दिया, चिल्लाकर कहने लगा मर जाएंगे। ब्लडप्रेशर बढऩे का हवाला देकर जमीन पर बैठ गया। हालत देखकर डॅाक्टर और एंबुलेंस को बुला लिया।
लाइनमैन और मीटर रीडर पांच हजार की घूस लेते पकड़े गए आगर-मालवा. बिजली कंपनी के लाइनमैन और मीटर रीडर को 5 हजार की रिश्वत लेते उज्जैन लोकायुक्त ने पकड़ा है। दरबारसिंह सौंधिया निवासी बरखेड़ा ने लोकायुक्त को शिकायत की थी कि उनकी कृषि भूमि पर मोटर चलाने के लिए विद्युत कनेक्शन के लिए दो महीने पहले आवेदन दिया था, लेकिन कनेक्शन नहीं मिला। गुराडिय़ा उपकेंद्र के लाइनमैन रामधीन अहिरवार और मीटर रीडर करणसिंह गुर्जर ने 11000 रुपए मांगे। लाइनमैन की मौजूदगी में गुर्जर ने जैसे ही 5000 लिए लोकायुक्त ने दोनों को पकड़ लिया।