गोवा सरकार ने पुरातत्व विभाग की एक कमेटी गठित की -बनाया बड़ा प्लान

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नई दिल्‍ली (New Dehli) । गोवा (Goa)के मंत्री सुभाष पाल देसाई ने मंगलवार को कहा है कि पुरातत्व विभाग (Archeology Department)की कमेटी ने पूरे राज्य (State)के बारे में जानकारी इकट्ठा की है। इसमें पाया गया है कि पुर्तगालियों (portuguese)ने गोवा में 1 हजार मंदिर तोड़े थे। पैनल ने सिफारिश की है कि राज्य सरकार इन मंदिरों के बदले एक स्मारक मंदिर का निर्माण करवाए। पैनल का कहना है कि अब 1000 मंदिरों का दोबारा निर्माण संभव नहीं है।

बता दें कि जनवरी में तोड़े गए मंदिरों का पता लगाने के लिए कमेटी बनाई गई थी। इसका उद्देश्य उन जगहों का पता लगाना था जहां कि पुर्तगालियों ने मंदिर तोड़े थे। गोवा सरकार ने मंदिरों के पुनरुद्धार के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। कमेटी की 10 पन्नों की रिपोर्ट में तिसवाड़ी, बारदेज और सैलसेट तालुका का जिक्र किया गया है जहां बड़ी संख्या में मंदिर तोड़े गए थे।

1000 मंदिरों के बदले एक का प्लान
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कमेटी से पहले एक टास्क फोर्स ने भी इन मंदिरों की पहचान की थी। अब तक कमेटी को 19 ऐप्लिकेशन मिल चुके हैं। इतने ज्यादा मंदिर तोड़े गए हैं कि कमेटी को लगता है कि इतने मंदिरों को पुनर्निर्माण संभव नहीं है। सबसे बड़ी चुनौती भूमि अधिग्रहण की होगी। इलिए पैनल ने इन मंदिरों का एक स्मारक बनवाने की सिफारिश की है।

पैनल ने कई अन्य जगहों पर खोज और खुदाई की सिफारिश की है। वहीं दीवर द्वीप पर सप्तकोटेश्वर मंदिर को दोबारा बनवाने की भी सिफारिश शामिल है। कदंबर साम्राज्य के दौरान इस द्वीप पर मंदिर बनवाया गया था। इसके बाद पुर्तगालियों ने 16वीं शताब्दी में इसे तोड़ दिया।एक अधिकारी ने कहा, इस इलाके की भूमि सरकार के ही कब्जे में है। यह प्रोटेक्टेड साइट है इसलिए कमेटी को लगता है कि इस मंदिर का निर्माण करवाया जा सकता है। कई जगहों पर मंदिर के खंभे या छोटे अवशेष मिले हैं। इसलिए कमेटी ने यहां और तलाशी और खुदाई की सिफारिश की है।

अधिकारियों ने कहा कि पोंडा और क्वेपम इलाका इस समय मराठा साम्राज्य में था इसलिए बहुत सारे मंदिरों की मूर्तियों को यहां शिफ्ट किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि कमेटी ने मंदिरों की कोई निश्चित संख्या नहीं बताई है। हालांकि यह संख्या एक हजार के करीब है।

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