इजरायल के निशाने पर हैं हमास के टॉप तीन कमांडर, को नेतन्याहू ने बनाया मारने का प्लान
नई दिल्ली । इजरायल ने फिलिस्तीनीर में चल रहे युद्ध में गाजा पट्टी में आंदोलन के नेता याह्या सिनवार सहित हमास के शीर्ष तीन कमांडरों को खत्म करने की योजना बनाई है। फाइनेंशियल टाइम्स अखबार ने शुक्रवार को रणनीति से परिचित सूत्र के हवाले से यह खबर दी। सिनवार के अलावा, हमास की सैन्य शाखा के प्रमुख मोहम्मद दीफ और उनके दूसरे-इन-कमांड, मारवान इस्सा, हिट सूची में शीर्ष पर हैं।
अखबार ने लिखा है कि इजरायली अधिकारियों का इरादा हमास बलों पर निर्णायक सैन्य जीत हासिल करने और गाजा पट्टी पर अधिकार जताने की फिलिस्तीनी आंदोलन की क्षमता को नष्ट करने का है।इजरायली युद्ध योजनाओं से परिचित एक व्यक्ति के हवाले से कहा गया, “यह एक बहुत लंबा युद्ध होगा। हम फिलहाल अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के आधे रास्ते पर भी नहीं हैं।
अखबार ने एक वरिष्ठ इजरायली सैन्य अधिकारी का हवाला देते हुए कहा कि फिलहाल, हमास की 24 बटालियनों में से 10 को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसमें 50 से अधिक कमांडर और 5,000 लड़ाके मारे गए हैं।
गाजा पर इजरायली हमलों में 109 से अधिक की मौत
गाजा पट्टी पर शुक्रवार को इजरायली हमलों में मरने वालों की संख्या 109 से अधिक हो गई है तथा बड़ी संख्या में लोग घायल हो गये। गाजा पट्टी के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इससे पहले दिन में इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि उसने गाजा पट्टी में हमास आंदोलन के खिलाफ लड़ाई फिर से शुरू कर दी है। उसने कहा कि उसने इजरायली क्षेत्र पर गोलीबारी करके मानवीय विराम का उल्लंघन किया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “आज सुबह संघर्ष विराम खत्म होने के बाद से इजरायली हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 109 हो गई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।”
मंत्रालय ने एक बयान में कहा,“संघर्ष विराम की समाप्ति के तीन घंटे के भीतर इजरायली कब्जे के नरसंहार के पीड़ितों की संख्या बढ़कर 32 हो गई। इनमें कई लोगों को अलग-अलग स्तर की चोटें लगीं। मृत और घायल लोगों में अधिकांश महिलायें और बच्चे शामिल हैं।”
इससे पहले दिन में, इजरायल रक्षा बलों ने कहा कि हमास ने मानवीय विराम तोड़ दिया, जिससे इज़राइल को युद्ध फिर से शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गुरुवार देर रात रिपोर्ट दी कि दोनों पक्ष अस्थायी मानवीय विराम को आठवें दिन तक बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।