अधूरे सिलेबस के साथ कैसे होंगी बच्चों की परीक्षाएं, अर्धवार्षिक परीक्षा दिसंबर में,जानिए कारण…
स्कूल शिक्षा विभाग के 4 हजार से अधिक शिक्षकों की विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगाई गई थी।अर्धवार्षिक परीक्षा दिसंबर में, अधूरे सिलेबस के साथ कैसे होंगी बच्चों की परीक्षाएं, जानिए कारण…
बिलासपुर। CG Education News: स्कूल शिक्षा विभाग के 4 हजार से अधिक शिक्षकों की विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगाई गई थी। इसकी वजह से पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई थी। चुनाव के बाद यानी कि 18 नवंबर से शिक्षक स्कूल में पढ़ाना फिर से शुरू किए हैं, लेकिन अगले माह अर्धवार्षिक परीक्षा है और विद्यार्थियों का कोर्स पूर नहीं हुआ है। इससे विद्यार्थियों में परीक्षा को लेकर चिंता सता रही है।
दिसम्बर में होगी अर्धवार्षिक परीक्षा अधिकारी कह रहे कोर्स पूरा हो जाएगा
बीते माह यानी कि 9 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता प्रदेश और जिले में लागू कर दिया था। हालांकि इसके पहले से शिक्षकों का चुनावी कार्य में ड्यूटी लगाने का आदेश कर दिया गया था, जिसकी वजह से जिले के 4 हजार से अधिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। तब से लेकर स्कूल में पढ़ाई ठप हो गई थी। कई विद्यार्थी स्कूल भी ठीक से नहीं जा रहे थे, क्योंकि स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई थी।
इसके चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई अधर में चल रही थी। लगभग 2 माह बाद शिक्षक फिर से काम शिक्षकीय कार्य पर लौटे हैं। अब अगले माह यानी कि दिसंबर में अर्धवार्षिक परीक्षा है। पर इसके लेकर शिक्षा विभाग चिंतित नहीं है। न ही कोई तैयारी शुरू की है। पालक भी परेशान हैं कि कोर्स पूरा होगा या नहीं। हालांकि अधिकारी कह रहे हैं कि कोर्स पूरा हो जाएगा। बच्चों को पहले पढ़ाया गया था। इस वजह से नुकसान नहीं होगा।
परीक्षा सिर पर, पर नहीं हैं पर्याप्त शिक्षक
स्कूलों में विद्यार्थियों की अर्धवार्षिक परीक्षा खत्म हो चुकी है, लेकिन कई स्कूल एकल शिक्षकीय हैं। उनमें पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है। पालकों ने बताया कि स्कूलों की स्थिति यह है कि कोई भी जाकर पढ़ा रहे हैं, ताकि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो। पर यह भी कब तक होगा। उनका कहना है कि शिक्षा विभाग को स्कूल खुलने से पहले यह व्यवस्था करनी थी, लेकिन अब तक नहीं हो पाई है।
एक शिक्षक 5 कक्षाएं ले रहे हैं एक साथ
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की संख्या पर्याप्त कर दी जा रही है, लेकिन हिंदी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की संख्या भी पर्याप्त नहीं हैं। इसकी वजह से एक ही शिक्षक 4 से 5 कक्षाओं के बच्चों को एक साथ पढ़ा रहे हैं। इस दौरान जितना बच्चों को समझ में आता है, वे खुद से फिर पढ़ना शुरूकर देते हैं। ऩवंबर माह चल रहा है। दिसंबर में परीक्षा होनी है, पर स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा है।
सिलेबस नहीं हुआ पूरा
स्कूलों में विद्यार्थियों के विषयों का सिलेबल पूरा नहीं हुआ है। कुछ विद्यार्थियों ने बताया कि जहां तक अर्धवार्षिक परीक्षा में सिलेबस आना है। वहां तक पढ़ाया ही नहीं गया है। अभी भी कोर्स अधूरा है। आने वाले दिनों में परीक्षा है। इसके चलते जल्दबाजी में सिलेबस पूरा कर खानापूर्ति कर दिया जाएगा। साथ ही कहा कि शिक्षक स्कूल समय पर नहीं आते हैं।
जो शिक्षक स्कूल में थे, वे स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि कोर्स समय पर पूरा किया जाए। साथ ही विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
टीआर साहू, डीईओ, स्कूल शिक्षा विभाग