अखिलेश यादव के तेवर से खपा कांग्रेस, सॉरी बोलकर आपस में कटुता खत्म करने का भरोसा
नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में युद्ध विराम हो गया है. एमपी चुनाव में सीटों का बंटवारा न होने पर INDIA गठबंधन के दोनों सहयोगी दलों में ठन गई थी. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे।
आज कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगेपाल ने अखिलेश यादव को फोन कर सॉरी कहा. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का संदेश भी उन्हें दिया। वेणुगोपाल ने कहा कि हम दोनों पार्टियों का एक ही लक्ष्य है बीजेपी को हराना. इसीलिए हम आपस में कटुता खत्म करें. उन्होंने ये भी भरोसा दिया कि आगे से कांग्रेस का कोई भी नेता समाजवादी पार्टी के खिलाफ बयान नहीं देगा। वेणुगोपाल ने कहा कि जो हुआ, उसका हमें अफसोस है. हम सब मिल कर काम करें, यही राहुल गांधी चाहते हैं. वेणुगोपाल से बातचीत होने की जानकारी खुद अखिलेश यादव ने दी. इसके बाद उन्होंने भी समाजवादी पार्टी के किसी भी नेता की तरफ़ से कांग्रेस को लेकर बयान देने पर रोक लगा दी है।
सपा नेताओं ने डिलीट किया पोस्ट
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ताओं के लिए इस बारे में आदेश भी जारी कर दिया है. पार्टी प्रवक्ताओं के लिए बने ह्वाट्सऐप ग्रुप पर भी अखिलेश यादव का नया निर्देश जारी कर दिया गया है. अखिलेश के कहने पर पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने अपना विवादित ट्वीट भी डिलीट कर दिया है. उन्होंने कल सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि राहुल गांधी मंद बुद्धि के हैं. उन्होंने आज भी कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट किया था. अब ये भी पोस्ट डिलीट कर दिया गया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पिछले तीन दिनों से लखनऊ से बाहर थे. लौटने के बाद उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए अपने करीबी नेताओं की एक मीटिंग रविवार को बुलाई थी. अब ये बैठक भी रद्द कर दी गई है. अखिलेश यादव की तरफ़ से कहा गया है कि अब आगे इस मुद्दे पर किसी तरह की कोई बयानबाज़ी नहीं होगी।
सीट बंटवारे पर मचा है घमासान
मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कह दिया था कि कौन अखिलेश वखिलेश !! ये सब छोड़ो. यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश का नाम लिए बिना कहा था कि जो अपने पिता का सम्मान नहीं कर पाया वो मेरा क्या सम्मान करेगा. अखिलेश यादव ने भी अजय राय को चिरकुट नेता कह दिया था. समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कमलनाथ के बयान के जवाब में उन्हें छुटभैया नेता तक कह दिया था।
समाजवादी पार्टी एमपी चुनाव को लेकर कांग्रेस से सीटों का तालमेल करना चाहती थी. इसके लिए कमलनाथ और अखिलेश यादव के बीच फोन पर ही कई राउंड की बातचीत हुई. अखिलेश यादव का दावा है कि कांग्रेस उन्हें 6 सीटें देने को तैयार हो गई थी. जिसमें से एक सीट पर उम्मीदवार कांग्रेस का होता पर चुनाव निशान समाजवादी पार्टी तय हुआ था।
अखिलेश यादव के कहने पर उनकी पार्टी के पांच उम्मीदवारों ने कमलनाथ से मुलाकात भी कर ली. लेकिन उसके अगले ही दिन कांग्रेस पार्टी ने 144 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इनमें से कुछ सीटें ऐसी थीं, जिन पर समाजवादी पार्टी का दावा था. इसके बाद अखिलेश यादव ने भी उसी दिन शाम को अपने 9 उम्मीदवारों का एलान कर दिया. उसके बाद से ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में झगड़ा शुरू हो गया था।