दिल्ली की हवा फिर हुई जहरीली, विजिबिलिटी खराब होने से 18 फ्लाइट्स डायवर्ट

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राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो चली है। वायु प्रदुषण के बढ़ने से राजधानी में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। प्रदुषण की स्थिति इतनी खराब है कि दिल्ली के कुछ इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच चूका है।प्रदुषण की वजह से विजिबिलिटी पर भी असर पड़ा है। विजिबिलिटी खराब होने के कारण आज सुबह 7:30 बजे से 10:30 बजे के बीच दिल्ली आने वाली 18 उड़ानों को जयपुर, लखनऊ, अहमदाबाद और अमृतसर के लिए डायवर्ट कर दिया गया

एक रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हुआ है। इसके साथ ही राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘गंभीर’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली में सुबह 8 बजे ओवरऑल AQI 364 दर्ज किया गया।

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में दिन का औसत एक्यूआई 372 था जो कि बेहद खराब श्रेणी है। इसके बाद एनसीआर सबसे प्रदूषित क्षेत्र ग्रेटर नोएडा रहा। जहां का एक्यूआई 350 दर्ज किया गया। वहीं, नोएडा का एक्यूआई 349, गाजियाबाद का 312, गुरुग्राम का 310 और फरीदाबाद का 294 दर्ज किया गया।आपको बता दें, 0 और 50 के बीच AQI को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर गंभीर-प्लस माना जाता है।

सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार इस साल नवंबर में साल 2022 की तुलना में AQI के ‘गंभीर श्रेणी’ में दिन तीन गुना बढ़े हैं। बेहद खराब श्रेणी के दिन भी बढ़ गए हैं। इस साल नवंबर मे एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब हवा सामान्य श्रेणी में दर्ज की गई हो।दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू है। ऐसे में यहां का AQI वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकारी और प्रशासनिक दावों की पोल खोलती नजर आ रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रदूषण के बढ़ने के पीछे की वजह दिल्ली और इसके आसपास के राज्यों में हवा की गति का कम होना है। इसके सात ही दिवाली के बाद से पराली जलाने की संख्या में हुई बढ़ोतरी से भी वायु प्रदूषण में इजाफा हुआ है।

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