WHO ने बताया कितना खतरनाक है कोरोना का वैरिएंट, पूरी दुनिया में मचा दी खलबली

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नई दिल्‍ली । तीन साल कोरोना की मार झेल चुके लोग एक बार फिर डरे हुए हैं, इसकी वजह है कोरोना का नया स्ट्रेन जेएन.1 (coronavirus variant JN.1). जेएन.1 लोगों की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना का नया स्ट्रेन जेएन.1 (coronavirus variant JN.1) ने पूरी दुनिया में खलबली मचा रहा है।

अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में क्लासिफाइड किया है. हालांकि इस दौरान ये भी कहा गया है कि इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा नहीं है।

पब्लिक हेल्थ को कम जोखिम-

डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर, JN.1 के संक्रमण से फिलहाल पब्लिक हेल्थ को कम जोखिम है. JN.1 को पहले इसके मूल वंश BA.2.86 के एक हिस्से के रूप में ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के तौर पर वर्गीकृत किया गया था, लेकिन जैसै-जैसे ठंड बढ़ रही है देश में इसके फैलने का खतरा बढ़ रहा है।

टीके हैं कारगर-

एजेंसी ने कहा कि मौजूदा टीके जेएन.1 और कोविड-19 वायरस के अन्य वैरिएंट से होने वाली गंभीर बीमारी से बचाने में कारगर हैं. इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सदस्य देशों से कहा था कि वायरस बदल रहा है और विकसित हो रहा है, ऐसे में सर्तक रहने की जरूरत है. विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार इन मामलों की निगरानी रख रहा है और लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. लोगों को बीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनकर जाने की सलाह दी है।

क्या है ये वायरस-

कोविड के नए वेरिएंट जेएन.1 ने लोगों को चिंता को बढ़ा दिया है. दुनिया भर में JN.1 कोविड-19 वैरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इनमें से अधिकांश मामले चिकित्सकीय रूप से हल्के होते हैं और मरीज बिना किसी इलाज के अपने घर पर ही ठीक हो रहे हैं. यह पिरोला संस्करण (BA.2.86) का वंशज है. इसका पहला मामला इस साल सितंबर में अमेरिका में सामने आया था. डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर (सीडीसी) के मुताबिका कोरोना का यह सबवेरिएंट, ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BA.2.86 का वंशज है. इसे ‘पिरोला’ भी कहा जाता है. . JN.1 कोरोना वायरस के BA.2.86 वैरिएंट का सब-वेरिएंट बताया जाता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया है कि भारत में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 288 नए मामले सामने आए. इनमें एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1,970 हो गई है. वहीं केरल में मंगलवार कोकोरोना वायरस संक्रमण के 115 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,749 हो गई।

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