पीएम आवास योजना से वंचित परिवारों को देंगे अबुआ आवास योजना का लाभ: चंपाई सोरेन
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 55 हजार महिला सखी मंडलों के बीच आजीविका हेतु 825 करोड़ रुपए की सहायता और क्रेडिट सपोर्ट का वितरण किया
अब 125 यूनिट मुफ्त बिजली देगी राज्य सरकार
पिछले 4 वर्षों में 21 लाख किसानों को मिला केसीसी
अध्यनरत छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि में 3 गुना तक की गई वृद्धि
समाज को बेहतर दिशा देने में लगी है एसएचजी ग्रुप की बहन-बेटियां
RANCHI: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय में महिला निर्भर नहीं बल्कि हर मामले में आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं।
अब महिलाएं पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में सक्षम हैं। हमारे देश में महिलाओं के अनगिनत प्रेरक उदाहरण हम सभी के बीच मौजूद हैं।
समाज सुधार, राजनीति, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, विज्ञान व अनुसंधान, व्यवसाय, खेलकूद और सैन्य बलों सहित कई क्षेत्रों में हमारी महिला बहनों और बेटियों ने अमूल्य योगदान दिया है।
झारखंड की हमारी परिश्रमी बहनें और बेटियां राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास में अहम योगदान दे रहे हैं।
मैं आज इस मंच से यहां उपस्थित सभी महिला स्वयं सहायता समूह की दीदियों से अपील करना चाहता हूं कि आप अपनी प्रतिभा पहचाने और विश्वास के साथ आगे बढ़ें। हर कदम हर स्थिति में यह सरकार आपके साथ सदैव खड़ी रहेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार जिस तरह आप दीदियों के साथ खड़ी थी, उसी तरह हम भी आपके हर दु:ख और सुख में साथ रहेंगे।
आपके राज्य सरकार की ओर से किसी भी प्रकार से कोई कमी नहीं होने दी जाएगी यह मैं आज आप सभी को विश्वास देने आया हूं।
उक्त बातें मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज मोरहाबादी मैदान में आयोजित “सखी मंडल की महिलाओं का राज्यस्तरीय एक्स्पोज़र एवं क्षमता संवर्धन शिविर-सह-महिला महासम्मेलन” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि घर-परिवार के साथ-साथ समाज और राज्य को सही दिशा देने में हमारे एसएचजी ग्रुप की बहन-बेटियां निरंतर बेहतर कार्य कर रही हैं।
आज के इस महिला महासम्मेलन में राज्य के लगभग 30 हजार सखी मंडल की महिलाएं भाग ले रही हैं।
इसी तरह अन्य चारों प्रमंडल में भी राज्य की लगभग 45 हजार सखी मंडल की बहन-बेटियां इस कार्यक्रम से जुड़ी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा समाज महिलाओं के योगदान को महत्वपूर्ण स्थान देता है।
महिलाओं के सम्मान और समाज में समानता के लिए यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह समझने की जरूरत है कि महिलाएं हमारे समाज की आधारशिला होती हैं और उनके योगदान के बिना हमारा समाज अधूरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा लगातार सखी मंडल के माध्यम से राज्य में विकास से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतरा जा रहा है।
साथ ही महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 से लेकर अब तक करीब 1 लाख 40 हजार एसएचजी समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकेज के जरिए 8 हजार 247 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए।
वहीं वर्ष 2019 से पहले यह राशि महज 642 करोड़ रुपए थी।
महिला स्वयं सहायता ग्रुप के माध्यम से राज्य में छोटे-बड़े ग्रामीण उद्यमिता को भी जमकर बढ़ावा देने का कार्य हमारी सरकार निरंतर करती रही है।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि ऐसे तो पिछले 4 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले महिला पुरुषों के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई गई हैं।
फूलों झानों आशीर्वाद योजना भी एक महत्वपूर्ण योजना बनकर उभरी है। इस योजना के माध्यम से हड़िया-दारु के व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार से जोड़ा जा रहा है।
चिन्हित महिलाओं को वैकल्पिक रोजगार के लिए 50 हजार रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। राज्य में अब तक 33000 से ज्यादा महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया और सम्मानजनक जीवन की शुरुआत की है। महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण कर राज्य को विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल करने के लक्ष्य से आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ग्रामीण परिवारों को रोजगार के एक या एक से अधिक साधनों से जोड़कर उनकी आय में गुणात्मक बढ़ोतरी करने का प्रयास कर रही है। आमदनी बढ़ाने के लिए मजदूर एवं किसानों को खेती के साथ-साथ गैर कृषि साधनों से भी जोड़ा जा रहा है।
पीएम आवास योजना से वंचित परिवारों को देंगे अबुआ आवास योजना का लाभ
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सोच को हम हर हाल में आगे बढ़ाएंगे।
पीएम आवास योजना से वंचित हमारे गरीब जरूरतमंद परिवारों तक हम अबुआ आवास योजना का लाभ पहुंचाएंगे।
आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार अभियान के तहत अबुआ आवास योजना के लिए 30 लाख से ज्यादा आवेदन मिले हैं।
हमारी सरकार 20 लाख पात्र परिवारों को अबुआ आवास देने का कार्य करेगी।
जो लोग घास फूस और खपड़े, मिट्टी के कच्चे मकान में रहते हैं उनकी पीड़ा को हमारी सरकार अच्छी तरीके से समझता है।
हम ऐसे परिवारों तक हर हाल में तीन कमरों वाला पक्का मकान उपलब्ध कराएंगे ताकि वे सम्मानजनक तरीके से जीवन-यापन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यह मानते हैं कि रोटी, कपड़ा और मकान मनुष्य जीवन के लिए नितांत आवश्यक है।
मारी सरकार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आकांक्षाओं को पूरा करते हुए सभी को रोटी, कपड़ा और मकान का अधिकार उन तक पहुंचाएगी।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हो इस निमित्त कई कार्य किया जा रहे हैं।
हमारी सरकार राज्य के कई सरकारी स्कूलों को स्कूल आफ एक्सीलेंस में परिवर्तित करने का कार्य किया है। शिक्षा का ‘दीया’ सदैव चमकता रहता है।
राज्य के आदिवासी, मूलवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक सहित सभी वर्ग समुदाय के बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करें इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने स्तर से पुरजोर कोशिश की है। राज्य सरकार अब यहां के गरीब जरूर बच्चों को भी क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
आने वाले दिनों में हजारों की संख्या में सरकारी स्कूलों को स्कूल आफ एक्सीलेंस में परिवर्तित किया जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से यहां के आदिवासी दलित सहित सभी वर्ग समाज के बच्चों को भी विदेश में पढ़ाई करने के लिए मरांग गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना चलाई गई है।
इस योजना के तहत हर वर्ष 50 बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण हेतु विदेश के कई संस्थानों में राज्य सरकार द्वारा भेजा गया है जहां वे डिग्री हासिल कर लक्ष्य के अनुरूप नौकरी-पेशा से जुड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि में तीन गुना तक की वृद्धि की है।
राज्य में 9 लाख से अधिक छात्राओं को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा गया है।
पहले प्रति परिवार एक बच्ची को इस योजना से जोड़ने का प्रावधान था जिसे हमारे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बदलाव करते हुए परिवार की सभी बच्चियों को इस योजना से जोड़ने का प्रावधान बनाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के बच्चे-बच्चियों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सके इस निमित्त हमारी सरकार आगे भी निरंतर कार्य करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु जी क्रेडिट कार्ड योजना राज्य सरकार की एक बेहतर योजना है।
अब वैसे छात्र-छात्राएं जिन्हें उच्चतर शिक्षा के लिए पैसों की दिक्कत होती थी उन्हें इस योजना के तहत अब शिक्षा ऋण प्रदान किया जाएगा।
अब हमारे बच्चे भी डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, बीडीओ, सीओ सहित अन्य सरकारी अफसर बन सकेंगे। गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना अध्यनरत छात्र-छात्राओं के भविष्य संवारने में मददगार साबित होगी।
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कई ऐसी योजनाएं संचालित हुई हैं जिसका सीधा लाभ झारखंड वासियों को मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 से पहले राज्य में किसान भाई बंधुओं की हालत ठीक नहीं थी।
वर्ष 2019 से अब तक पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हमारी सरकार ने 21 लाख किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया। राज्य में कृषि ऋण माफी योजना का लाभ भी किसान बंधुओं को मिला।
1 लाख एकड़ से अधिक भूमि में बिरसा हरित ग्राम योजना से फलदार पौधे लगाए गए। किसानों के खेतों पर पानी पहुंचाने का कार्य जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सर्वजन पेंशन योजना लागू की गई।
आज सभी वृद्ध महिला-पुरुषों, दिव्यांगों, विधवा महिलाओं को ससमय पेंशन की राशि उपलब्ध कराई जा रही है। हमारी सरकार अब झारखंड वासियों को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का काम करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यहां के आदिवासी मूलवासी सहित सभी वर्ग समुदाय के स्थानीय युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी हेतु 75% आरक्षण देने का प्रावधान लाया गया।
अब राज्य में स्थापित सभी निजी उद्योग संस्थानों में कार्यरत 75% युवा हमारे राज्य से ही होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में शहर से गांव को जोड़ने के लिए 15 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों की मरम्मती एवं निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
55 हजार महिला सखी मंडलों के बीच बंटे 825 करोड़ रुपए
मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के द्वारा कार्यक्रम में 55 हजार महिला सखी मंडलों के बीच 825 करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई।
इस अवसर पर मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव चंद्रशेखर सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण एवं राज्यभर से पहुंचे महिला सखी मंडल की महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।