महामृत्युंज महादेव मंदिर हिनू: निकली शोभायात्रा
कदम तो, रखिये इस मंदिर में…उदय होगा भाग्य
RANCHI: अयोध्या में नव-निर्मित भव्य व अलौकिकता से परिपूर्ण मंदिर में श्रीराम लल्ला के प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है।
उस शुभ दिन को त्योहार के रूप में मनाने के लिये रामभक्त हर्षोल्लासित हैं। इस कड़ी में महामृत्युंज महादेव मंदिर हिनू से रविवार को पूजित अक्षत कलश शोभायात्रा निकाली गयीं।
जो आर वियु होटल होते हुए इंदिरा पैलेस,पीएचडी कॉलोनी, बिहार क्लब, पत्थर रोड फिर पुनः मंदिर परिसर पहुंची। जहां इसका समापन हुआ।
रामधुन के साथ-साथ अनुरंजक एवं सतरंगी महावीरी पताका एवं रामभक्तों की लीन-तल्लीन श्रद्धा से कोना- कोना आलौकिक होता रहा।
वहीं, देवालयों में हजारों श्रद्धालुओं ने आज तड़के से ही जगतपिता भोलेनाथ, प्रभु श्री राम, हनुमान जी समेत अन्य विग्रहों का पूजन किया।
सुबह से देर शाम तक भक्तों का कारवां हनुमान जी के मंदिर की ओर रूख करता रहा। श्रद्धाभाव से भक्तों ने भगवान को दूध,जल,बिल्व पत्र,धतूरा, फूल सहित अन्य पूजा सामग्री अर्पित करने के साथ ही इच्छित फल की कामना की।
तिल-तिल हुआ रौशन
प्रभु श्री राम भक्तों की आस्था से परे हिनू क्षेत्र का तिल-तिल रौशन होता रहा। चारों ओर जय श्री राम, सीता मईया व जय हनुमान की जयघोष सुनाई पड़ा। भक्तों के कदम भले ही थक गये, लेकिन प्रभु श्री राम की कारवां थमने के बजाय हर पल बढ़ता गया।
घोड़े के रथ पर सवार, श्रीराम ने दिया आशीर्वाद
अध्यात्म, आराधना, ईश्वर की भक्ति व शक्ति के सागर में डुबकी लगायें जनसमूहों को घोड़े के रथ पर सवार श्रीराम, माता सीता व श्री हनुमान जी ने आशीर्वाद दिया।
अद्भुत ऐसा नजारा की महावीरी पताका से माहौल पूरी तरह राममय हो गया था। सुरक्षा की भी चाक-चौबंद व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई थी।
इस दौरान विश्वास व श्रद्धा की ऐसी धरा बही कि श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन पाकर निहाल हो उठे।
प्रभु की भक्ति अक्षुण्ण : रामभक्त
रामभक्तों ने कहा कि प्रभु की महिमा अक्षुण्ण है। इसमें अरविंद उपाध्याय, विनोद प्रधान, सुबोध सिंह गुड्डू,आलोक रंजन श्रीवास्तव, प्रदीप गांगुली, आशुतोष सिंह, सतेंद्र पाठक, राकेश सिंह, सुजीत सीताकांत द्विवेदी, विनोद प्रकाश, प्रेमजीवाल सहित अन्य रामभक्त शामिल रहे।
होगी मनोकामना पूर्ण: पुरोहित
पुरोहित का मानना है कि इस मंदिर में प्रभु भोलेनाथ, श्री हनुमान जी सहित अन्य विग्रह की पूजा अर्चना से मनोकामना पूर्ण होती है।