कांची नदी के हरीन घाट पुल को दीवार खड़ा कर बंद किए जाने का मामला सीएम के पास पंहुचा

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अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के प्रधान महासचिव भरत चन्द्र महतो एवं मीडिया प्रभारी मृत्युंजय प्रसाद ने आज मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा

RANCHI : सोनाहातु मिलन चौक पथ पर कांची नदी के हरीन घाट में स्थित पुल को द्वार खड़ा कर बंद किए जाने का मामला मुख्यमंत्री के पास पंहुच गया है।

अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के प्रधान महासचिव भरत चन्द्र महतो एवं मीडिया प्रभारी मृत्युंजय प्रसाद ने आज मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में कहा गया है कि सोनाहातु प्रखंड अंतर्गत सोनाहातु मिलन चौक पथ स्थित कांची नदी के हरीन घाट में बने पुल को पथ निर्माण विभाग के द्वारा 29.11.2024 को दीवाल खड़ा कर बंद कर दिया गया है।

जिससे सोनाहातु पूर्वी क्षेत्र के सात पंचायतों के लगभग 50 हजार ग्रामीणों का प्रखंड मुख्यालय सोनाहातु से सम्पर्क टूट गया है।

उल्लेखनीय है कि बालू माफियाओं के द्वारा पुल के नीचे से बालू का अवैध खनन करने के कारण वर्ष 2004 में निर्मित उच्च स्तरीय पुल वर्ष 2016 में क्षतिग्रस्त हो गया है।

लेकिन इस पुल से छोटी-बड़ी गाड़ियों का आवागमन जारी रहा।

इधर 29.11.2024 को अचानक पथ निर्माण विभाग के द्वारा पुल में दीवार खड़ा कर बंद कर दिया गया है।

जिससे इस क्षेत्र के ग्रामीणों को प्रखंड मुख्यालय आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

पुल के बंद कर दिये जाने के कारण ग्रामीणों को मजबूरन अतिरिक्त 25-30 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय आना जाना करना पड़ रहा है।

करीब पांच हजार-छात्राओं को स्कूल एवं कॉलेज जाने, एवं बीमार लोगों को एम्बुलेंस से अस्पताल जाने एवं किसानों को प्रतिदिन सब्जी बेचने जाने में भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ज्ञापन में कहा गया है कि सोनाहातु पूर्वी क्षेत्र के सात पंचायतों के 50 हजार ग्रामीणों के लिए यह पुल लाईफ लाईन के समान है, लेकिन पथ निर्माण विभाग के द्वारा बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये ही लाईफ लाईन पुल पर दीवार खड़ा कर दिया गया है।

श्री महतो एवं श्री प्रसाद ने मुख्यमंत्री से पुल को बंद किये जाने के कारण ग्रामीणों की हो रही परेशानी को देखते हुए कांची नदी पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डायवर्सन बनाने का कार्य अविलंब कराने की मांग की है।

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