हेमंत सरकार में बेटियों पर क्राइम बढ़ा: राफिया नाज
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सिर्फ अपना और परिवार की चिंता: आरती सिंह
महिला को सशक्त करने का वादा कर सत्ता में आए और महिला कल्याण की सभी योजनाओं को कर दिया बंद
RANCHI: भाजपा प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती आरती सिंह और प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आरती सिंह ने कहा कि जब हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री नहीं बने थे, तब चिल्ला चिल्ला कर कहते थे कि सीएम बनने पर झारखंड की जनता खुश रहेगी।
राज्य विकास की ओर जाएगा। मां बहनें सुरक्षित रहेंगी।
उनका सशक्तिकरण होगा। जैसे ही वे सत्ता में बैठे, उन्होंने महिलाओं से किए वादों को झूठलाने का काम शुरू कर दिया।
उन्होंने मां बहनों से वादा किया था की सरकार बनते हैं ₹2000 महीना चूल्हा खर्च देंगे।
किसी भी मां-बहन को चूल्हा खर्च नहीं दिया।
उन्होंने महिलाओं से कहा था कि आधार कार्ड पर ₹50000 का लोन देंगे।
लोन लेकर महिलाएं सशक्त होगी। कथनी और करनी में अंतर होता है।
उन्होंने कहा कुछ और किया कुछ।
वादा खिलाफी कर हेमंत सोरेन सत्ता पर विराजमान हैं।
चुनाव से कुछ दिन पहले हेमंत सोरेन सरकार ने मंईयां सम्मान योजना शुरू की।
उन्होंने कहा कि जिस सरकार में मां, बहन, बेटियां सुरक्षित नहीं है, उनका सम्मान कैसे होगा।
चुनाव नजदीक आने पर मां बेटियों के सम्मान का ख्याल उन्हें आया।
योजना के तहत ₹1000 देना शुरू किया। उन्होंने कहां कि मंईयां सम्मान योजना लाना था तो 5 वर्ष पहले क्यों नहीं लाया।
5 साल पहले यह योजना शुरू हो जाती तो 5 साल में ₹60000 मां-बेटियों को मिलते, लेकिन उन्हें हेमंत सरकार ने ठगा।
चुनाव को देखते हुए मात्र ₹2000 दिए।
अब मां-बहनें हेमंत सरकार की मनसा समझ चुकी हैं। विधानसभा चुनाव में उन्हें करारा जवाब देंगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में चल रही महिला कल्याण की सभी योजनाओं को सत्ता में आते ही हेमंत सोरेन सरकार ने बंद कर दिया।
हेमंत सोरेन सिर्फ कर दिखावे के लिए महिला सशक्तिकरण और सम्मान की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सिर्फ अपना और परिवार की चिंता है। एक भी महिला को उन्होंने सुरक्षित नहीं रखा। सिर्फ अपनी पत्नी को सुरक्षित रखा। हेमंत सोरेन को सिर्फ कुर्सी प्यारी है। भ्रष्टाचार के आरोप में हेमंत सोरेन जेल गए थे। जेल से आते हैं उन्होंने अपने सबसे पुरानी और वरिष्ठ कार्यकर्ता चंपाई सोरेन को कुर्सी से हटाकर खुद मुख्यमंत्री के पद पर बैठ गए पत्नी को उपचुनाव लड़कर विधायक बनाने का काम किया। क्या झारखंड मुक्ति मोर्चा में और महिलाएं नहीं है। सिर्फ एक-दो को छोड़ो कोई महिला ही नहीं है उनकी नजर में। उन्होंने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया है। राज्य की महिलाएं उन्हें विधानसभा चुनाव में धक्का मार कर सत्ता से बाहर करने का काम करेंगी।
इस अवसर पर राफिया नाज कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा, राजद और कांग्रेस गठबंधन की सरकार में राजकीय आदिवासी बेटियों की इज्जत को ताक पर रख दिया गया है। संताल परगना में क्राइम बहुत बढ़ रहा है। बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है। आंकड़ों की बात करें तो जब से झारखंड में इंडी गठबंधन की सरकार आई है, 26 परसेंट अपराध का ग्राफ बढ़ गया है। महिला अत्याचार से संबंधित 16,162 केस दर्ज हैं। 8000 मामलों में तो जांच भी शुरू नहीं हुई है। सरकार पेसा कानून लागू करने में भी विफल रही है। आदिवासी बेटियों की रक्षा भी नहीं कर पाई है। हटिया में एक एस आई को एक ट्रक ने कुचलकर मार दिया था। संताल परगना में बेटियों को डायन बोलकर मारा जा रहा है। डायन बोलकर 35 बेटियों को मार दिया गया है। डायन प्रथा को रोकने संबंधी कानून को भी लागू करने में सरकार भी विफल रही है। अपराधियों को भी सरकार सजा नहीं दिला पाई है। महिला अपराध में 45 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है।
सुश्री नाज ने कहा कि 99 फेसबुक अकाउंट में महिलाओं उप निरीक्षक भी नहीं है। झारखंड में हर 6 घंटे में एक बेटी की इज्जत को तार-तार किया जाता है। कल्पना सोरेन महिला सशक्तिकरण की बात करती है, लेकिन बेटी का बलात्कार होने पर चुप रहती हैं। विदेशी बेटी के साथ दुमका में बलात्कार किया गया था, लेकिन वह कुछ नहीं बोलती है। कुछ दिन पहले एक बेटी का सामूहिक रेप किया गया, सरकार के मुंह से एक शब्द में नहीं निकला।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि महिला उत्पीड़न से संबंधित मामले में देशभर में झारखंड पांचवें स्थान पर है। बेटियों के साथ हो रहे उत्पीड़न पर भारतीय जनता पार्टी उनके साथ है। पहले बेटियों की आवाज दबाई जाती थी। अब वह जमाना चला गया है। अब मोदी की सरकार है और बेटियों को बोलने का पूरा हक है। वह अपनी आवाज़ उठाएं, भारतीय जनता पार्टी उनका साथ देंगी।
सुश्री नाज कहा कि युवाओं को लेकर वर्तमान सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन उसे पूरा नहीं की। युवाओं को 5 लाख रोजगार नहीं तो बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी। ना तो रोजगार दी और ना ही भत्ता दिया। उत्पाद सिपाही की बहाली में कई बेटों की जान चली गई। युवाओं के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा राज्य में महिला आयोग तक का गठन नहीं किया गया है। महिलाएं दर दर भटक रही है। सत्ता में आने पर फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की बात भी कही थी, लेकिन नहीं बनाया गया। थाना में किसी महिला के जाने पर उसकी समस्या को सुना तक नहीं जाता है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण आदिवासी बेटी असुरक्षित है। आदिवासियों की आबादी 44% से घटकर 28% हो गई। राज्य के मुखिया सोए हुए हैं। बेटियों को न्याय और इंसाफ नहीं दिला पा रहे हैं। सरकार घुसपैठियों के साथ नजर आ रही है। नहीं तो अब तक बेटियों के साथ अत्याचार करने वाले इन घुसपैठियों को लात मार कर झारखंड से बाहर भगा देती। बेटियों की तस्करी पर भी सरकार लगाम नहीं लगा पाई।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि किसानों के कर्ज को माफ नहीं किया गया उन्हें मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। मुक्त बिजली देने का वादा करने वाली सरकार राज्य को बिजली मुक्त कर दी है।
सरकार ने महिलाओं को ₹2000 प्रति महीने चूल्हा खर्च देने का वादा किया था। विधवा को पेंशन देने की बात कही थी। वादा को पूरा नहीं किया गया। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सरकार ने महिलाओं के लिए ₹1 में रजिस्ट्री की योजना शुरू की थी। इसके जरिए महिलाओं को मलिकाना हक देने का काम की थी। सत्ता में आते हैं हेमंत सोरेन सरकार ने इसे बंद कर दिया।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा बीजेपी एनडीए की सरकार सत्ता में आने पर महिलाओं को सशक्त किया जाएगा। उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। हेमंत सोरेन सरकार ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। जनता अब जाग चुकी है। बेटियां सब कुछ देख रही है। इस विधानसभा चुनाव में यहां की जनता झामुमो, कांग्रेस, राजद को करारा जवाब देगी।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जगह-जगह जाकर संविधान का रोना रोते हैं। आप जनता उनके इस झूठ को जान गई है। इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू कर संविधान की हत्या कर दी थी। अब वह समय बीत गया कि कांग्रेस संविधान की हत्या फिर से करेगी।
इस अवसर पर प्रिंस कुमार भी मौजूद थे।