घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है झामुमो-कांग्रेस-राजद : हिमंता बिस्वा सरमा
हमारे समाज को बांटने का काम कर रही है हेमंत सरकार’
‘अगर हम बंटेंगे तो आलमगीर आलम ही राजा बनेगा’
RANCHI: असम के मुख्यमंत्री एवं झारखंड विधानसभा चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने खिजरी विधानसभा में जनसभा को संबोधित किया।
इस दौरान सरमा ने कहा कि इस बार झारखंड का चुनाव हमारे देश और समाज के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि, झारखंड चुनाव की चर्चा पूरे देश में हो रही है, क्योंकि यहां घुसपैठ का मुद्दा सबसे बड़ा है।
आज रांची में इडी ने कई जगहों पर रेड की, जिस दौरान घुसपैठियों से जुड़े दस्तावेज बरामद बरामद किए गए।
आज साहिबगंज और पाकुड़ जैसे जिलों में लगातार घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है।
आज साहिबगंज में जिले में मुस्लिमों की संख्या 35 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
सरमा ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रदेश में लगातार घुपैठिए बढ़ रहे हैं, जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है।
लेकिन झामुमो-कांग्रेस-राजद की गठबंधन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
हेमंत सरकार लगातार घुसपैठियों को संरक्षण देने का काम कर रही है।
लेकिन जब 23 तारीख को एनडीए की सरकार बनेगी तो, एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर झारखंड से बाहर निकालने का काम करेंगे।
आज झारखंड के कई जिलों में एक विशेष समुदाय के लिए शुक्रवार को स्कूलों को बंद किया जाता है।
उन्होंने हेमंत सरकार से सवाल करते हुए कहा, अगर एक समुदाय के लिए स्कूल शुक्रवार को बंद हो सकता है, तो हिंदूओं के लिए मंगलवार को क्यों नहीं हो सकता?
सरमा ने कहा कि, इस सरकार के मालिक आलमगीर आलम जैसे लोग हैं, इसलिए शुक्रवार को स्कूलों को बंद किया जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर मुहर्रम का जुलूस निकाल सकते हैं, तो राम नवमी का क्यों नहीं निकाल सकते।
हेमंत सरकार हमारे समाज को बांटने का काम कर रही है।
सरमा ने कहा कि, बांग्लादेशी घुसपैठिए पहले ही दो शादी करते हैं, लेकिन झारखंड में आकर हमारी बहनों को बहलाकर उनसे शादी करके जमीन पर कब्जा कर लेते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनते ही ऐसा कानून बनाया जाएगा, जिसके बाद अगर कोई घुसपैठिया हमारी आदिवासी बहनों से शादी करेगा तो उसके बच्चों को आदिवासी प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा।
घुसपैठिया झारखंड में शादी करने के बाद मुखिया का चुनाव नहीं लड़ पाएगा।
उन्होंने कहा कि, हेमंत सरकार ने पहले युवाओं के लिए 5 लाख नौकरी का वादा किया था, लेकिन अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया।
युवाओं के 5 हजार बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, लेकिन पूरा नहीं किया।
प्रदेश के लोगों को शादी में सोने का सिक्का और 51 हजार देने का वादा किया था, लेकिन वो सोना आलमगीर आलम के घर भेजा गया।
जिसके बाद इडी ने जब छापेमारी की तो, करोड़ों में नोटों के पहाड़ बरामद हुए।
रोजगार देने के नाम पर पेपर लीक किए गए, उन पेपर को लाखों में बेचा गया और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया।
सरमा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि, आज स्कूल में शिक्षक नहीं है और अस्पताल में डॉक्टर्स नहीं हैं। लेकिन भाजपा ने वादा किया है, जो प्रदेश में 2 लाख 87 हजार पद खाली पड़े हैं उनको भरा जाएगा।
गरीब के बच्चों को बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी देने का काम करेंगे।
उन्होने जनता से अपील करते हुए कहा कि, अपनी वोट बांटनी नहीं है। अगर हम लोग बंटेंगे तो आलमगीर आलम ही राजा बनेगा।
सरमा ने कहा कि, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। उन्होने जनता से अपील करते हुए कहा कि, झारखंड में एनडीए की सरकार बनानी है।