चर्म रोग विशेषज्ञो  का तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस मिड-डर्माकाॅन का स्वास्थ्य मंत्री ने किया उद्घाटन

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झारखंड हर स्पेशलाइजल्ड ट्रीटमेंट की दिशा में अग्रसर: मंत्री बन्ना गुप्ता

RANCHI:  होटल बीएनआर चाणक्य में आज चर्म रोग विशेषज्ञो  का तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस मिड-डर्माकाॅन 24 का शुरूआत हुआ।

मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया।

मंत्री ने कहा कि  झारखंड हर स्पेशलाइजल्ड ट्रीटमेंट की दिशा में काफी आगे बढ़ रहा है, इसी तरह चर्म संबंधित रोग भी शामिल है।

बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड सरकार व स्वास्थ्य विभाग यहां के डॉक्टरों के साथ हमेशा खड़ी है।

हमने यहां कई बार डॉक्टरों के हित के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी कोशिश की, लेकिन विपक्ष ने मुद्दा बनाकर उसमें अड़चने लगा दी।

लेकिन भरोसा दिलाता हूं कि जल्द झारखंड में डॉक्टरों के लिए एमपीए लागू होगा।

उन्होंने कहा कि झारखंड हर स्पेशलाइजल्ड ट्रीटमेंट की दिशा में काफी आगे बढ़ रहा है, इसी तरह चर्म संबंधित रोग भी है।

झारखंड में इसपर काफी बेहतर इलाज हो रहा है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से यहां कॉन्फ्रेंस का आयोजन बड़े पैमाने पर होता है, देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी एक्सपर्ट डॉक्टर आकर वहां की चिकित्सा क्षेत्र के एडवांसमेंट की जानकारी साझा करते है।

निश्चित रूप से इससे चिकित्सकाें को काफी फायदा मिलता है और काफी कुछ सीखने को मिलता है।

डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि इस नेशनल कॉन्फ्रेंस में देश भर से 600 डॉक्टर शामिल हुए है।

ये सभी स्कीन, सेक्स ट्रांसमिशन, विटलिगो, साेरयसिस, इंफेक्शन आदि बीमारियों पर तीन दिन तक अपना-अपना सुझाव देंगे।

साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों में जो इलाज का तरीका है और झारखंड में तो ट्रीटमेंट टेक्निक अपनाए जाते है वह कितना अलग है?

आज के समय में सौन्दर्यता सबसे महत्वपूर्ण है।

सभी को सुंदर दिखना है… चाहे बाल को लेकर हो या चेहरे को लेकर।

हमे पता चलेगा कि कि हम नॉलेज में कहां पीछे हैं।

एक्सपर्ट से जानकारी लेकर इसका लाभ हम सभी अपने-अपने क्षेत्र व राज्य के मरीजों को फायदा पहुंचा सकेंगे।

स्कीन रोग के इलाज का फील्ड काफी एडवांस हो चुका: डॉ प्रभात

डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि अभी हमारे स्कीन रोग के इलाज का फील्ड काफी एडवांस हो चुका है।

जैसे लेजर ट्रीटमेंट है, हेयर ट्रांसप्लांटेशन, फेशियल रिसॉल्यूशन की बात हो… उम्र के साथ पता न चले इसे लेकर भी यहां अच्छा काम हो रहा है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ डर्मेटोलॉजिस्ट, वेनेरोलॉजिस्ट और लेप्रोलॉजिस्ट (आईएडीवीएल) के नेशनल सेक्रेटरी डॉ. भूमेश कुमार ने बताया कि इस सेमिनार में मुख्य रुप त्वचा रोग की नवीनतम चिकित्सा पद्धतियां और रिसर्च पर चर्चा की जा रही है।

स्कीन कैंसर की पहचान व उपचार में क्या एडवांसमेंट आएं है इसपर चर्चा होगी।

कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी के नए दृष्टिकोण, इंटरएक्टिव कार्यशैली व लाइव डेमोंस्ट्रेशन और पैनल डिस्कशन भी होंगे। कान्फ्रेंस के उद्घाटन के बाद  रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। सभी चिकित्सकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया।

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