बेलवरण अनुष्ठान के साथ ही राजधानी में दुर्गाेत्सव का उल्लास शुरू
माता की असीम कृपा पाने का है इंतजार
112 वर्षाे से चल रही हैं,हिनू पूजा कमेटी की पूजा
प्रवीण उपाध्याय
RANCHI : बेलवरण अनुष्ठान के साथ ही राजधानी में दुर्गाेत्सव का उल्लास शुरू हो गया। हिनू पूजा कमेटी बंगला मंडप में मंगलवार को बेलवरण पूजन के उपरांत श्रद्धालु मां दुर्गा का आह्वान किया।
स्थान-ध्यान कर भक्तों ने कलश के सामने मां अम्बे की पूजन कर अभयदान की कामना किया।
दुर्गा माई के प्रति आस्था का आध्यात्मिक भाव दिखने को मिला।
माता के दर्शन के इंतजार में श्रद्धालुओं की उत्सुकता एवं अद्भुत भक्ति बढ़ती जा रही है। मान्यता हैं कि कलश स्थापना से दसवीं तक मां की पूजा-अर्चना करने से सभी प्रकार की मनोकामना के साथ भय से मुक्ति मिलती है।
पूजा-पंडाल में साज- सज्जा एवं सौंद्रयीकरण से आध्यात्मिक वातावरण तैयार होने लगा है।
मंडप के सदस्य सुभाशीष चटर्जी(पाम्पू)ने बताया कि 10 अक्टूबर को महासप्तमी पर सुबह 6:40 बजे से पूर्व नवपत्रिका प्रवेश पूजन व स्थापना होगी।
1913 से शुरू हुई मां भवानी की पूजा-अर्चना आज भी परंपरागत रूप से की जाती है। निश्चित समय में पूजा शुरू होती है।
आराधना के साथ हर वर्ष कन्या कुमारी एवं संधि पूजा एवं मां की भोग का अलग ही महत्व होता है।
झूलने लगे हैं झूले
पूजा-पंडाल के समक्ष मेला की तैयारी शुरू हो गयी है।
लोग अपनी सुविधा के अनुसार मेला परिसर में घेराबंदी कर रहे हैं।
दुर्गा पूजा के दिन समीप आते ही मेला परिसर धीरे-धीरे गुलजार हो रहा है।
लोगों के मनोरंजन के लिए झूले, खेल-तमाशा, घरेलू प्रयोग की वस्तुएं, साज-शृंगार तथा सजावटी सामान की दुकानें लगायी जा रही हैं।