10वीं में 99.4 फीसदी अंक हासिल कर दिव्यांश अग्रवाल बने स्टेट टॉपर
RANCHI: डीपीएस के दिव्यांश अग्रवाल 10वीं सीबीएसई की परीक्षा में 99.4 अंक हासिल कर स्टेट टॉपर बनने का गौरव हासिल किया है।
उसका सपना है कि वे इंजीनियर बने। उन्होंने अपने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और स्कूल के शिक्षक को दिया।
दिव्यांश के पिता उषा मार्टिन में इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।
प्रखर अदुकिया (कॉमर्स संकाय) के स्टेट टॉपर
डीपीएस के प्रखर अदुकिया 12वीं (कॉमर्स सकांय) की परीक्षा परीणाम में 99.2 प्रतिशत अंक हासिल कर स्टेट टॉपर बनने का सौभाग्य प्राप्त किया है। इसके अलावा उन्होंने बेस्ट फाइव सब्जेक्ट्स में 99.2 प्रतिशत स्कोर लाकर इतिहास रच दिया है।
उन्होंने कहा की मेहनत से मिली सफलती। उन्होंने अपने माता-पिता और स्कूल के टीचर्स के सहयोग को सफलता का श्रेय दिया।
कहा पापा सीए है। मैं भी उन्हीं की तरह सीए बनना चाहता हुं।
सफलता के लिए कंसिस्टेंसी और प्रैक्टिस बहुत जरूरी है।
अनोखा हैं हेमंत
मेहनत व लगन बनी मिशाल
जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के कक्षा 12वीं के छात्र हेमंत कुमार एक दिव्यांग हैं जो अपनी आंखों से बहुत कम देख पाते है।
अपने संघर्ष जीवन में हेमंत कुमार ने 12वीं के अंग्रेजी में 93 अंक, इतिहास में 87 अंक, राजनीति विज्ञान में 91 अंक, इकोनॉमिक्स में 92 अंक एवं सामाजिक विज्ञान में 94 अंक स्कोर कर स्कूल का मान बढ़ाया।
अपंगता इन्सान के सांसों को तोड़ सकती है, उसके मजबूत इरादों और हौसलों को नहीं।
इन्हीं फौलादी इरादों से सफलता की बुलंदियों में उड़ान भरने का नाम हेमंत है।
हेमंत ने 10वीं तक की पढ़ाई ब्रेल लिपि के माध्यम से की है।
कक्षा 12 वीं में इंक्लूसिव एजुकेशन के तहत शिक्षकों और सहपाठियों के मार्गदर्शन में कक्षा 11 वीं और 12 वीं की नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित होकर पढ़ाई की है।
वे स्क्रीन रीडर सॉफ्टवेयर की मदद से लैपटॉप पर सुनकर पढ़ाई करते हैं। कक्षा में पढ़ाई के दौरान वे शिक्षकों के नोट्स को आडियो आदि को लैप टॉप में ही डाउनलोड कर लेते थे।
यहां तक कि उन्होंने परीक्षा लैपटॉप पर ही दी।
उन्होंने अपने हौसलों में कोई कमी नहीं होने दी और अच्छे अंक हासिल किये। हेमंत कुमार की माता गृहणी और पिता बिजनस मैन है।
हेमन्त आगे हायर स्टडीज के लिए पढ़ाई करना चाहते हैं और दिव्यांगजनों के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं।