संविधान में ही देश का सिद्धांत और उसको चलाने के तौर तरीके: श्याम नारायण सिंह
कांग्रेस भवन, रांची में संविधान दिवस के मौके पर परिचर्चा का आयोजन
RANCHI: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी शिक्षा विभाग के चेयरमैन श्याम नारायण सिंह की अध्यक्षता में आज कांग्रेस भवन, रांची में अपराह्न 12ः00 बजे से संविधान दिवस के मौके पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य डॉ एम0 तौसीफ, डॉ अजय शाहदेव, सुनील सिंह, डॉ0 आरसी प्रसाद जेबी पांडे, चन्द्रशेखर भगत, महेश कुजूर, जगदीश साहु, , कौशल किशोर, इस्तियाक अहमद मुख्य रूप से उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुभारंभ संविधान की प्रस्तावना पढ़कर की गई। इसके पश्चात सभी आगन्तुक अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी शिक्षा विभाग के चेयरमैन श्याम नारायण सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि सबसे पहले आपसभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान ही है जो सभी धर्म, जाति वर्ग के 140 करोड़ आबाजी वाले देश भारत को एक सूत्र में बांधकर रखता है। आज जितने भी कानून बनते हैं सभी संविधान के तहत ही बनायो जाते है। संविधान में ही देश का सिद्धांत और उसको चलाने का तौर तरीके होते है। आज का दिन भारतवर्ष के लिए काफी ऐतिहासिक दिन है।
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में भाजपा आज लगातार हमारे संविधान पर कठुराघात किया जा रहा है। किसानों के अधिकारों, अभिव्यक्ति की आजादी, महिलाओं की अधिकार, युवाओं के अधिकार पर कठुराघात हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे आदरणीय राहुल गांधी जी ने संविधान की रक्षा के लिए देश भर में 4500 किमी की पदयात्रा कर ऐसा माहौल बनाया कि आज हर वर्ग के लोग संविधान पर विश्वास जमाये हुए हैं नहीं भाजपा आज देश को खंडित-खंडित कर बांटने में लगे हुए।
झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य डॉ एम0 तौसीफ ने कहा कि बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने जिस लोकतंत्र का सपना देखा था आज के दिन वह साकार हुआ देश में आजादी से पहले कोई लोकतंत्र नहीं था,
ऐसे में जब देश का शासन चलाने के लिए संविधान सभा का गठन हुआ तो कानून मंत्री के रूप में बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने इसकी कमान संभाली और संविधान सभा के अध्यक्ष बने।
डॉ बिरसा उरांव ने कहा कि बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने अपने समय की परिस्थितियों को देखते हुए देश की विभिन्न जाति, धर्म और सभ्यताओं को एक समान अधिकार देने का अधिकार संविधान में दिया। इस योगदान के लिए हम सभी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को नमन करते हैं।
परिचर्चा कार्यक्रम में साजिद अली खां, ब्रजकिशोर प्रसाद मेहता, चन्द्रेव मेहता, सोहन मेहता, नाजिर मियां, अजय पासवान, पंकज कुमार, दीपक कुमार, कुलदीप राम, मनोज मेहता, अरविंद रविदास सहित अन्य कांग्रेसजन शामिल थे।