देश के शौर्य का प्रतीक हैं भारतीय सैनिक : डॉ प्रणव कुमार बब्बू
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में विजय दिवस 52 वी वर्षगांठ पर
1965 और 1971 युद्ध के 81 वर्षीय सेनानी पोदना बालमुचू रैंक सिपाही नम्बर 4240087 को रांची रिवोल्ट जनमंच ने किया सम्मानित
RANCHI: भारत-पाकिस्तान युद्ध के बीच 1971 के युद्ध के 16 दिसम्बर विजय दिवस की 52वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज सामाजिक-वैचारिक संगठन रांची रिवोल्ट जनमंच ने 1965 एवं 1971 के भारतीय सेवा की जांबाज सैनिक 81 वर्षीय सेनानी पोदना बालमुचू रैंक सिपाही नम्बर 4240087 को फल भेंट कर एवं माला पहनाकर स्वागत किया।
आज ही शाम अनशन स्थल पर दीप प्रज्वलित कर विजय दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर सामाजिक-वैचारिक संगठन रांची रिवोल्ट जनमंच के संयोजक डॉ. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि भारतीय सैनिक वास्तव में देश के शौर्य का प्रतीक हैं और उन्हीं के बल पर देश का सम्मान बरकरार है।
डा बब्बू ने कहा कि पोदना बालमुचू झीकपानी, चाईबासा से 140 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रांची पहुँचे हैं और वह अपने पेंशन एवं सरकार के नियमानुसार 5 एकड़ जमीन की अपनी माँग के लिये अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों सहित राजधानी में राजभवन के समक्ष अनशन पर बैठे हैं।
डॉ. बब्बू ने कहा कि श्री पोदना बालमुचू की बीमार पत्नी भी उनके साथ है और यह झारखण्ड के लिए शर्म की बात है कि अपने न्यायपूर्ण माँग के लिये एक सैनिक को अनशन करना पड़ रहा है।
डॉ. बब्बू ने सरकार से माँग की कि श्री बालमुचू को अविलंब उनकी पाँच एकड़ जमीन देने के साथ उनके पेंशन को नियमित किया जाये अन्यथा रांची रिवोल्ट जनमंच के सदस्य आंदोलन का रवैया अपनायेंगे।
आज पोदना बालमुचू को सम्मानित करनेवाले लोगों में मुख्य रूप से रांची रिवोल्ट जनमंच के संयोजक डॉ. प्रणव कुमार बब्बू, अनुज तिवारी, अरविंद पाठक, संजय रत्नम बाबा, विजय दत्त पिंटू, सौरभ पाठक, राकेश रंजन बब्लू, सूरज सिन्हा,
उपेन्द्र कुमार बब्लू, राष्ट्रीय युवा शक्ति के उत्तम यादव, प्रीति सिंह, बेबी गाड़ी, सुन बालमुचू, चंद तिवारी,
दिशु बालमुचू, मनीषा कुमारी, सुषमा बिरौली, शीलवंती बालमुचू, प्रीति सिन्हा, प्रशांत प्रधान, मुकेश कंचन, विकास बालमुचू, राहुल गुप्ता, सावन लिंडा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।