अपर मुख्य सचिव ने सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान में वूमेन डॉक्टर्स विंग को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ आधिकारिक पार्टनर बनाने का दिया निर्देश
सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान के झारखंड मॉडल को मिली बड़ी सफलता
2 साल 7 महीने में झारखंड मॉडल द्वारा प्रजनन क्षमता वाली 281199 चिन्हित महिलाओं की जांच
देश का पहला राज्य जहां झारखंड मॉडल बनाकर इस प्रकार की मुहिम चलाई गई
2 साल 7 महीने में पुरे राज्य में सर्वाइकल प्री कैंसर के कुल 1033 संदिग्ध मरीज मिले
पिछले 7 महीने में पुरे राज्य में सर्वाइकल प्री कैंसर के कुल 441 संदिग्ध मरीज मिले
RANCHI: अपर मुख्य सचिव एवं स्वास्थ्य सचिव अरुण सिंह की अध्यक्षता में वूमेन डॉक्टर विंग झारखंड के उपस्थिति में कार्सिनोमा सर्विक्स की स्क्रीनिंग से संबंधित समीक्षा बैठक आहूत की गई।
इस बैठक में राज्य के सभी सिविल सर्जन सरकारी स्त्री रोग विशेषज्ञों सभी जिले के अस्पताल प्रबंधन और उपाधीक्षकों को ऑनलाइन जोड़ा गया।
पूरे राज्य की हर जिले की सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग और राज्य में पाए गए संदिग्ध मरीज और उनके इलाज की 7 महीने की रिपोर्ट जो हर जिले से भेजी गई थी उनकी समीक्षा की गई।
2021 में बने झारखंड मॉडल के अनुसार लक्ष्य था 2,70684 प्रजनन क्षमता वाली ऐसी महिलाओं की स्क्रीनिंग का जिन्हें सर्वाइकल कैंसर के लक्षण है या जो हाई रिस्क कैटेगरी की है 2 साल 7 महीने में झारखंड मॉडल द्वारा 281199 प्रजनन क्षमता वाली चिन्हित महिलाओं की जांच की गयी।
अप्रैल २०२३ से अक्टूबर २०२३ तक सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर के संदिग्ध मरीज लोहरदगा 63 देवघर ४६ खूंटी ४४,रांची ३९ हजारीबाग ३२बोकारो २५पूर्वी सिंहभूम,२५धनबाद २२,पाकुड़१७ और गोड्डा १६में मिले।
ज्ञातव्य हो कि राज्य के 12 सरकारी अस्पतालों में सर्वाइकल कैंसर की जांच और इलाज की मशीन भी लगाई गई है।
पिछले 7 महीना में रिम्स द्वारा टाटा ट्रस्ट आउटरीच और टाटा ट्रस्ट कियोस्क की सहायता से 10274 स्क्रीनिंग की गई है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि विमेन डॉक्टर्स विंग इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ स्वास्थ्य विभाग ने झारखंड मॉडल बनाया और लक्ष्य की प्राप्ति भी की।
इसलिए उन्होंने एक हफ्ते के अंदर वूमेन डॉक्टर विंग को सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का आधिकारिक पार्टनर बनाने का निर्देश दिया।
उन्होंने डॉ भारती कश्यप द्वारा प्रस्तुत 2 साल 7 महीने के सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनीग की काफी सराहना की।
उन्होंने राज्य में सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लिए चलाए जा रहे महीने के 48 महिला स्वास्थ्य शिविरों के अलावा 264 ब्लॉक के लिए हर महीना 264 महिला स्वास्थ्य शिविर लगाने का भी आदेश दिया।
जिसमें सदर अस्पताल से एक स्त्री रोग विशेषज्ञ को कैंप में भेजे जाने का प्रस्ताव दिया गया है।
कैंप में सर्वाइकल कैंसर की संदिग्ध महिला को लाने के लिए सहित को प्रति मरीज ₹50 के मानदेय को भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ यह अभियान लगातार जारी रहेगा : डॉ भारती कश्यप
विमेन डॉक्टर्स विंग की राष्ट्रीय सह अध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
हम लोगों के द्वारा बनाए गए झारखंड मॉडल से जो सफलता हमें झारखंड में मिली है यह हमारे देश के अन्य राज्यों में भी इस मॉडल से मिल सकती है और हम लोगों ने इसे आई एम ए हेड क्वार्टर को भी इसे भेजा है।
झारखण्ड मॉडल क्या है?
देश के शीर्ष कैंसर स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ लंबे विचार विमर्श के बाद यह निष्कर्ष निकला कि WHO सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन नीति 90 70 90 की तीसरे भाग को लेकर हम चले और इसे झारखंड में लागू करें तो झारखंड जैसे कम संसाधन वाले राज्य में सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन में काफी सफलता मिल सकती है।
WHO सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन नीति का तीसरा भाग यह है कि 90 प्रतिशत गर्भाशय ग्रीवा की सूजन वाली महिलाओं की स्क्रीनिंग एवं इलाज कर दिया जाए तो सर्वाइकल कैंसर पर रोकथाम लग सकती है.
शीर्ष केंसर स्त्री रोग विषेशज्ञों सेविचार विमर्श कर यह निष्कर्ष निकला कि राज्य के हर जिले में प्रजनन क्षमता वाली 6% महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी जाये।
जिन्हें जननांग संबंधी सूजन के लक्षण है या जो हाई रिस्क कैटेगरी में आती है ऐसा करके गर्भाशय ग्रीवा की सूजन के 100% मरीजों की स्क्रीनिंग कर सकते हैं।