इंफाल से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर निकले राहुल गांधी, रवानगी से पहले PM मोदी पर कसे तंज
नई दिल्ली । राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी की आज रविवार से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का दूसरा चरण शुरू हो गया. दूसरे चरण की यात्रा को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का नाम दिया गया है. हालांकि यात्रा तय समय से शुरू नहीं हो सकी।
इंफाल में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के शुरू होने में हुई देरी को लेकर माफी मांगते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि दिल्ली में मौसम खराब होने की वजह से हमारी फ्लाइट में देरी हुई, इसके लिए माफी मांगना चाहता हूं. मणिपुर हिंसा के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी के इस राज्य में नहीं आने की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि पीएम मोदी को मणिपुर का दर्द नहीं दिखता है।
मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा किमणिपुर के कोने-कोने में नफरत फैल गई है. बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा नफरत वाली है. 29 जून को हुई हिंसा के बाद यहां स्थिति बेहद खराब हो गई है. लेकिन पीएम मोदी को यहां के लोगों का दर्द नहीं दिखता. वह लोगों के आंसू पोछने अब तक मणिपुर नहीं आए।
सभी लोग राहुल के साथ मिलकर ताकत दिखाएं- खरगे
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने संबोधन में कहा, ‘राहुल गांधी पहले ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले. इस यात्रा में गरीबों, महिलाओं, बच्चों, पत्रकारों, छोटे व्यापारियों से मिले. आज फिर से वे मणिपुर से मुंबई तक ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाल रहे हैं. इसीलिए सभी लोग उनके साथ खड़े होकर ताकत दिखाएं, ऐसी मेरी आशा है।
यात्रा की शुरुआत मणिपुर के थोबल जिले से हो रही है. राहुल गांधी इसके लिए राजधानी इंफाल में हैं. दिल्ली में आज सुबह कोहरा होने की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम थी, जिसकी वजह से राहुल गांधी के विमान ने देरी से उड़ान भरी. दूसरी ओर, यात्रा की शुरुआत से पहले मणिपुर सरकार ने इसको लेकर कुछ पाबंदियां लगा दी हैं.मणिपुर सरकार ने कहा है कि यह कार्यक्रम एक घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए।
न्याय का हक मिलने तक
भारत जोड़ो न्याय यात्रा pic.twitter.com/jyX14SAcwd
— Congress (@INCIndia) January 14, 2024
साथ ही एन. बिरेन सिंह सरकार ने कहा है कि इसमें भाग लेने वालों की संख्या 3,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसके पीछे मणिपुर की सरकार ने दलील दी है कि क्योंकि आयोजन की जगह नेशनल हाइवे से लगा हुआ है, लिहाजा यातायात को वैकल्पिक रास्ते की ओर मोड़ना होगा. ऐसे में यात्रा के लिए इन नियमों को मणिपुर सरकार के जिला अधिकारी ने साझा किया है।
‘…यात्रा की अनुमति रद्द कर दी जाएगी’
कांग्रेस पार्टी ने दरअसल कार्यक्रम की जगह इम्फाल पैलेस ग्राउंड से बदलकर थोबल में एक प्राइवेट मैदान कर दिया है. कहा जा रहा है कि उसके पीछे वजह ये है कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली बिरेन सिंह सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड के लिए केवल 1000 लोगों के इकठ्ठा होने की इजाजत दी थी।
मणिपुर सरकार ने कहा है कि – ‘रैली और यात्रा के दौरान कोई राष्ट्र-विरोधी या सांप्रदायिक या विरोध-स्वरूप नारा नहीं लगाया जाएगा और आयोजकों को राज्य के अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करना होगा. अगर क्षेत्र में शांति और लोक व्यवस्था बनाये रखने में कोई समस्या उत्पन्न होगी तो यात्रा की अनुमति रद्द कर दी जाएगी’
आज मैंने श्री @RahulGandhi जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने का फ़ैसला किया है। ये फ़ैसला मेरे लिये एक बहुत ही अहम फ़ैसला है। और इसे मैंने बहुत सोच समझ कर लिया है। ये फ़ैसला लेते समय मेरे सामने दो रास्ते थे। एक, की मैं स्टेटसको को चलने दूँ, जो स्थिथियाँ देश में हैं 1/6 pic.twitter.com/wwLhgcQzMc
— Kunwar Danish Ali (@KDanishAli) January 14, 2024
मणिपुर को चुनने के पीछे की वजह
भारत जोड़ो यात्रा की इस श्रृंखला का भी नेतृत्व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ही करेंगे. उनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के शीर्ष नेता भी कार्यक्रम में भाग लेंगे. मणिपुर को पिछले साल मई में शुरू हुई हिंसा में कम से कम 180 लोग मारे गए हैं. यहां विवाद असल में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच है. मैतेई समुदाय की एसटी दर्ज की मांग का कुकी बहुल राज्यों में कड़ा विरोध है।
न्याय यात्रा किन राज्यों से गुजरेगी
कांग्रेस पार्टी इस यात्रा के जरिये लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों की तरफ लोगों का ध्यान खींचने का प्रयास कर रही है. अज से शुरू होने जा रही यह यात्रा मार्च के तीसरे सप्ताह में मुंबई पहुंचेगी जहां इसका समापन होगा।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दावा है कि यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी. राहुल की भारत न्याय यात्रा मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगी।